अलीगढ़, 19 अप्रैल 2025, शनिवार। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को चौंकाया, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। यह कहानी है सपना और राहुल की, जो सास और दामाद के रिश्ते को एक नया आयाम दे गई। समाज के ताने-बाने को हिलाने वाली इस लव स्टोरी में प्यार की ऐसी दीवानगी देखने को मिली कि सपना ने अपने बच्चों के आंसुओं और परिवार की गुहार को ठुकराकर राहुल के साथ नई जिंदगी शुरू करने का फैसला किया। आखिरकार, पुलिस की काउंसलिंग भी नाकाम रही और इस अनोखी जोड़ी को एक साथ रहने की इजाजत मिल गई।
प्यार की शुरुआत: एक अनोखा रिश्ता
सपना, जिनका असली नाम कुछ रिपोर्ट्स में अपना देवी बताया गया, एक 35-40 साल की महिला हैं, जिनकी 18 साल की बेटी शिवानी की शादी राहुल के साथ तय हुई थी। शादी की तारीख 16 अप्रैल 2025 थी, और तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। लेकिन किसे पता था कि इस शादी से पहले ही सपना और राहुल के बीच प्यार का ऐसा तूफान उठेगा, जो सामाजिक बंधनों को तार-तार कर देगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल और सपना की नजदीकियां पिछले चार-पांच महीनों से बढ़ रही थीं। दोनों घंटों तक फोन पर बातें करते थे, जिसे लेकर सपना के पति जितेंद्र और बेटी शिवानी ने कई बार ताने मारे और गाली-गलौज भी की। सपना ने पुलिस को बताया कि पति जितेंद्र शराब पीकर मारपीट करते थे, उसका चरित्र हनन करते थे और घर में उसकी कोई इज्जत नहीं थी। इन हालातों से तंग आकर सपना ने राहुल के साथ भागने का फैसला किया।
6 अप्रैल: फरारी का दिन
6 अप्रैल 2025 को सपना और राहुल घर छोड़कर फरार हो गए। इस घटना ने दोनों परिवारों में हड़कंप मचा दिया। जितेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि सपना घर से 3.5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के सोने के गहने लेकर भागी है। हालांकि, सपना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह सिर्फ 200 रुपये और एक मोबाइल लेकर घर से निकली थी।
पुलिस ने दोनों की तलाश में उत्तराखंड, गुजरात, बिहार और नेपाल तक छापेमारी की। राहुल ने बाद में बताया कि वे अलीगढ़ से कासगंज, फिर बरेली, मुजफ्फरपुर होते हुए नेपाल बॉर्डर तक पहुंच गए थे। लेकिन जब उनकी कहानी सोशल मीडिया और टीवी पर वायरल हो गई, तो दबाव बढ़ने पर दोनों ने 16 अप्रैल को अलीगढ़ के दादों थाने में सरेंडर कर दिया।
पुलिस काउंसलिंग: प्यार की जीत
थाने में सपना और राहुल ने साफ कर दिया कि वे एक-दूसरे से अलग नहीं होंगे। सपना ने रोते हुए पुलिस को बताया, “मेरा पति मुझे शराब पीकर मारता था, मेरे चरित्र पर शक करता था। बेटी भी ताने मारती थी। राहुल ने मेरा दर्द समझा और मुझे सहारा दिया। अब मैं उसी के साथ रहूंगी।” बच्चों और परिवार की लाख कोशिशों के बावजूद सपना अपने फैसले पर अडिग रही।
पुलिस ने दो दिनों तक काउंसलिंग की, लेकिन सपना का इरादा नहीं बदला। आखिरकार, 18 अप्रैल 2025 को पुलिस ने सपना को राहुल के साथ जाने की इजाजत दे दी। इस फैसले ने समाज में रिश्तों की परिभाषा पर नई बहस छेड़ दी।
सामाजिक प्रतिक्रियाएं: गुस्सा और आलोचना
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गुस्से की लहर दौड़ा दी। गांव की एक महिला गीता ने कहा, “ऐसी औरत को जीने का हक नहीं। उसने गांव की बदनामी कराई।” ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने दूसरी महिलाओं की इज्जत पर भी सवाल उठाए हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे प्यार की जीत मान रहे हैं, तो कुछ इसे सामाजिक मूल्यों का पतन बता रहे हैं।
सपना की बेटी शिवानी सदमे में है। जितेंद्र ने कहा, “शिवानी की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई। राहुल से शादी होती तो उसका भविष्य खराब हो जाता।” वहीं, राहुल के पिता ने भी अपने बेटे को वशीकरण का शिकार बताया और सपना को दोषी ठहराया।
राहुल का अतीत: पहले भी भाग चुका है
पुलिस पूछताछ में पता चला कि राहुल इससे पहले भी एक महिला के साथ भाग चुका था। हरदोई की होशियारी नाम की उस महिला के साथ वह दो महीने तक रहा, लेकिन बाद में दोनों लौट आए थे। इस बार, राहुल का कहना है कि वह सपना के साथ शादी करना चाहता है, लेकिन फैसला सपना की मर्जी पर निर्भर है।
कानूनी स्थिति और भविष्य
पुलिस अभी जितेंद्र के चोरी के आरोपों की जांच कर रही है। मडराक थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। सपना और राहुल ने कोर्ट मैरिज करने की बात कही है, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि वे कानूनी रूप से शादी करेंगे या नहीं।
प्यार या सामाजिक विद्रोह?
सपना और राहुल की कहानी ने यह साबित कर दिया कि प्यार में न उम्र की सीमा होती है, न रिश्तों की बंदिशें। लेकिन इसने समाज में गहरे सवाल भी खड़े किए हैं। क्या यह सच्चा प्यार है या पारिवारिक उत्पीड़न से उपजा विद्रोह? क्या सपना का अपने बच्चों को छोड़ना जायज है? ये सवाल हर किसी के मन में हैं।
फिलहाल, सपना और राहुल अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर चुके हैं। उनकी यह ‘हैप्पी एंडिंग’ भले ही कुछ लोगों के लिए प्रेरणा हो, लेकिन समाज के लिए यह एक ऐसी कहानी है, जो लंबे समय तक चर्चा का विषय बनी रहेगी।