वाराणसी, 16 अप्रैल 2025, बुधवार। वाराणसी में एक स्नातक छात्रा से हुए दिल दहला देने वाले गैंगरेप मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। इस जघन्य अपराध में शामिल चार अज्ञात आरोपियों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज और निशानदेही के आधार पर पुलिस ने इन आरोपियों को पकड़ा है, जिनकी संलिप्तता पूछताछ में सामने आई है। लालपुर पुलिस इनसे गहन पूछताछ कर रही है और बाकी बचे आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है।
पुलिस की सक्रियता और SOG की भूमिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सख्त निर्देशों के बाद विशेष कार्य बल (SOG) भी इस मामले में सक्रिय हो गया है। SOG ने संभावित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कई जगहों के डीवीआर अपने कब्जे में लिए। इन फुटेज में पीड़िता की गतिविधियां भी कैद हुईं, जो जांच में महत्वपूर्ण साबित हो रही हैं। लालपुर थाने में दर्ज इस मामले में अब तक 12 नामजद आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 11 अज्ञात में से 9 की पहचान हो चुकी है।
गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पहचान राज खान उर्फ मुन्ना (नरपतपुर डुबकियां, चौबेपुर) और मोहम्मद शहबाज (लल्लापुरा, सिगरा) के रूप में हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों को मेडिकल जांच के बाद आज जेल भेजा जाएगा। बाकी संदिग्धों के अंडरग्राउंड होने की खबर है, और वे अपने ठिकानों को बार-बार बदल रहे हैं।
मुख्य आरोपी की जमानत पर सुनवाई टली
इस मामले के मुख्य आरोपी अनमोल गुप्ता की जमानत याचिका पर मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी। पीड़िता के वकील ने पक्ष रखने के लिए समय मांगा, जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई को 21 अप्रैल तक टाल दिया। अभियोजन से भी इस मामले में जवाब मांगा गया है।
DCP पर गिरी गाज, और अफसरों पर खतरा
इस केस में लापरवाही के आरोप में DCP वरुणा चंद्रकांत मीना को हटा दिया गया है। सोमवार रात उन्हें वाराणसी से लखनऊ DGP ऑफिस अटैच कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, उनकी निष्क्रियता और लापरवाही बरतने वाले थाना प्रभारी व अन्य अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट न देने से आलाधिकारी नाराज थे। माना जा रहा है कि जल्द ही 3-4 और अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
पीड़िता की हालत और इलाज
पीड़िता का इलाज BHU ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। उसकी हालत में सुधार है, लेकिन हेपेटाइटिस-B पॉजिटिव होने के कारण उसका उपचार सावधानी से किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, लंबे समय तक नशे की वजह से उसे जॉन्डिस हुआ, जिसने स्थिति को गंभीर बनाया। उसकी मेडिकल हिस्ट्री IMS-BHU और अन्य विशेषज्ञों के पास भेजी गई है, ताकि उचित इलाज शुरू हो सके।
PM की नाराजगी और सख्त निर्देश
11 अप्रैल को अपने 50वें वाराणसी दौरे पर पहुंचे PM मोदी ने इस मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से सख्त नाराजगी जताई थी। उन्होंने सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने PM को केस की पूरी स्थिति से अवगत कराया।
क्या है पूरा मामला?
17 दिन पहले, 29 मार्च को 23 लड़कों ने एक स्नातक छात्रा के साथ 7 दिन तक गैंगरेप किया और फिर उसे सड़क पर फेंककर फरार हो गए। बदहवास हालत में घर पहुंची पीड़िता दो दिन तक बेहोश रही। अब तक 23 में से 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और बाकियों की तलाश जारी है। पुलिस जल्द ही इस मामले में चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है।
न्याय की उम्मीद
इस मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और PM के हस्तक्षेप से पीड़िता को जल्द न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम और जागरूकता की जरूरत अब पहले से कहीं ज्यादा महसूस हो रही है।