नोएडा, 12 अप्रैल 2025, शनिवार। उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 38 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर उमेश कुमार ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। यह घटना नोएडा के सेक्टर-27 में स्थित वैमसन होटल की है, जहां उमेश अपनी एक महिला मित्र के साथ ठहरे थे। इस कहानी में दुख, रहस्य और अनुत्तरित सवालों का मिश्रण है, जो मन को झकझोर देता है।
उमेश, जो मूल रूप से हाथरस के आवास विकास कॉलोनी के निवासी थे, और उनकी महिला मित्र, जो मथुरा की रहने वाली हैं, होटल में एक कुत्ते के साथ रुके थे। बताया जाता है कि शुक्रवार को दोनों के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हुई थी। इसके बाद, जब महिला वॉशरूम गईं, उमेश ने उस कमरे में अपनी जान दे दी। महिला ने जब बाहर आकर यह मंजर देखा, तो उनकी चीखें होटल के गलियारों में गूंज उठीं। होटल कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। कमरे की तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे इस घटना का कारण और रहस्यमयी हो गया। शुरुआती जांच में पता चला कि उमेश की शादीशुदा जिंदगी में तूफान मचा हुआ था। उनकी पत्नी से अनबन के चलते वे अलग रह रहे थे और तलाक की प्रक्रिया में थे। शायद यह निजी उथल-पुथल उनके इस कठोर कदम का एक कारण रही हो।
यह घटना न केवल उमेश के परिवार और दोस्तों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक गहरे सवाल को जन्म देती है। क्या मानसिक तनाव और भावनात्मक उलझनें हमें इतना अकेला कर सकती हैं कि जीवन का कोई रास्ता न दिखे? उमेश की कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समय रहते अपनों से बात करना और मदद मांगना कितना जरूरी है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, लेकिन जो खालीपन उमेश के इस कदम ने छोड़ा है, उसे भरना शायद किसी के बस में न हो।