आगरा, 11 अप्रैल 2025, शुक्रवार। उत्तर प्रदेश के आगरा में शुक्रवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब मंटोला थाना क्षेत्र की ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद में एक जानवर का कटा सिर मिलने की खबर फैली। जुमे की नमाज से ठीक पहले हुई इस घटना ने स्थानीय मुस्लिम समुदाय में आक्रोश की लहर दौड़ा दी। मस्जिद के आसपास तनाव बढ़ने लगा और लोग दोषी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे। लेकिन योगी की पुलिस ने जिस तेजी और सूझबूझ से कार्रवाई की, उसने न केवल शहर के माहौल को बिगड़ने से रोका, बल्कि साजिशकर्ताओं के मंसूबों पर भी पानी फेर दिया।
पांच घंटे में सुलझी गुत्थी
सुबह सात बजे घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। डीसीपी सिटी सोनम कुमार के नेतृत्व में तुरंत विशेष टीमें गठित की गईं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और महज पांच घंटे के भीतर आरोपी को धर दबोचा। पकड़े गए शख्स की पहचान नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू के रूप में हुई, जो मंटोला के ढोलीखार का रहने वाला है और वर्तमान में शाहगंज के कोल्हाई में अपने परिवार के साथ रहता है।

साजिश की परतें उघड़ने की कोशिश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह कृत्य शहर की शांति भंग करने और धार्मिक उन्माद फैलाने की सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। नजीरुद्दीन से गहन पूछताछ जारी है, और यह संदेह जताया जा रहा है कि वह मंदबुद्धि हो सकता है। पुलिस इस बात की भी तहकीकात कर रही है कि कहीं उसे किसी और ने इस काम के लिए उकसाया तो नहीं। डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि करीब 100 पुलिसकर्मियों की टीम ने दिन-रात एक कर आरोपी तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की। एक स्थानीय दुकानदार से मिली जानकारी ने भी इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
शांति की अपील, सतर्कता बरकरार
घटना के बाद जामा मस्जिद और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जुमे की नमाज को देखते हुए पुलिस और मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने मिलकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने और ऐसी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
पुलिस की मुस्तैदी ने जीता दिल
इस घटना ने भले ही कुछ देर के लिए शहर के माहौल को गरमाया, लेकिन आगरा पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने साबित कर दिया कि कानून-व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा। नजीरुद्दीन को हिरासत में लेने के बाद उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है, ताकि इस साजिश की जड़ तक पहुंचा जा सके। डीसीपी सोनम कुमार ने स्पष्ट किया कि यह निश्चित रूप से शहर की फिजा को खराब करने की कोशिश थी, लेकिन पुलिस की सजगता ने इस मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया।