वाराणसी, 9 अप्रैल 2025, बुधवार। वाराणसी, जो अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए जानी जाती है, अब विकास की नई पारी खेलने को तैयार है। गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के साथ ही वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने एक और बड़ा कदम उठाया है। स्टेडियम के आसपास 400 एकड़ में एक आधुनिक टाउनशिप बसाने की योजना ने जोर पकड़ लिया है। यह परियोजना न केवल शहर की शक्ल बदलने का वादा करती है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए नए अवसरों का द्वार भी खोलेगी।
जमीन अधिग्रहण की तैयारी जोरों पर
वीडीए की राजस्व टीम ने गंजारी स्टेडियम के नजदीक डीह गंजारी, हरपुर और परमपुर गांवों की जमीनों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। इन तीनों गांवों से कुल 400 एकड़ जमीन अधिग्रहण की जाएगी। इसके लिए सर्किल रेट के आधार पर जमीन की कीमत तय की जा रही है, ताकि काश्तकारों को उचित मुआवजा मिल सके। साथ ही, आराजी नंबर के आधार पर काश्तकारों की सूची तैयार की जा रही है, जिससे मुआवजा वितरण में पारदर्शिता बनी रहे। राजस्व विभाग से भी किसानों की सूची मांगी गई है, ताकि भविष्य में किसी विवाद की गुंजाइश न रहे।
मुख्यमंत्री का विजन, वाराणसी का विकास
इस परियोजना को गति देने का श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। हाल ही में अपने बनारस दौरे के दौरान उन्होंने गंजारी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का जायजा लिया और आसपास की खाली पड़ी जमीन को विकसित करने का निर्देश दिया। मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा और वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग को साफ तौर पर कहा गया कि इस क्षेत्र में एक नई टाउनशिप बसाई जाए। मुख्यमंत्री के इस विजन ने वीडीए को तुरंत हरकत में ला दिया। तहसीलदार सुनील कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम ने स्टेडियम के आसपास खाली जमीनों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है।
खाली जमीन, सुनहरा अवसर
गंजारी स्टेडियम के आसपास का इलाका अभी ज्यादातर खाली है, जो इस परियोजना के लिए एक सुनहरा अवसर है। खाली जमीन होने के कारण विकास कार्य में किसी बड़ी अड़चन की आशंका नहीं है। वीडीए की प्रवर्तन टीम भी सक्रिय हो गई है और अवैध प्लॉटिंग पर नजर रख रही है। जिन लोगों ने इस क्षेत्र में गैरकानूनी तरीके से जमीन की प्लॉटिंग की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है। जल्द ही ऐसी अवैध संरचनाओं को तोड़ा जाएगा, ताकि टाउनशिप की योजना सुचारु रूप से आगे बढ़ सके।
स्पोर्ट्स सिटी और टाउनशिप का संगम?
रोचक बात यह है कि गंजारी स्टेडियम के पास पहले से ही एक स्पोर्ट्स सिटी बसाने की तैयारी चल रही थी। इसके लिए जमीन चिह्नित की जा चुकी थी और काश्तकारों की जानकारी जुटाई जा रही थी। अब संभावना है कि स्पोर्ट्स सिटी को नई टाउनशिप का हिस्सा बना दिया जाए। अगर ऐसा हुआ तो यह इलाका खेल और शहरी विकास का अनूठा संगम बन सकता है।
रजिस्ट्री पर लग सकती है रोक
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वीडीए तेजी से जमीन चिह्नित करने में जुट गई है। माना जा रहा है कि नई टाउनशिप की जद में आने वाले आराजी नंबरों पर जल्द ही जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लग सकती है। यह कदम परियोजना को सुगम बनाने और अटकलों पर रोक लगाने के लिए उठाया जा सकता है।
वाराणसी की नई पहचान
गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहले ही वाराणसी को खेल के नक्शे पर लाने की तैयारी कर रहा है। अब नई टाउनशिप की योजना इसे एक आधुनिक शहर के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी। यह परियोजना न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि रोजगार और निवेश के नए रास्ते भी खोलेगी। वाराणसी अब सिर्फ घाटों और मंदिरों की नगरी नहीं रहेगी, बल्कि विकास और प्रगति का नया प्रतीक भी बनेगी।