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Monday, June 23, 2025

वाराणसी में गैंगरेप का खौफनाक सच: सेक्स रैकेट के माफिया का काला खेल

✍️ विकास यादव

वाराणसी, 8 अप्रैल 2025, मंगलवार। वाराणसी, जहां गंगा की पवित्रता और अध्यात्म की गूंज हर गली में सुनाई देती है, वहां एक ऐसा काला सच सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। एक युवती के साथ हुए गैंगरेप की वारदात ने न सिर्फ शहर को हिलाकर रख दिया, बल्कि पुलिस और प्रशासन की नींद भी उड़ा दी। 24 घंटे की सघन जांच के बाद पुलिस के हाथ कई चौंकाने वाले सुराग लगे हैं, जो इस घिनौने अपराध की परतें खोल रहे हैं। यह कोई साधारण अपराध नहीं, बल्कि सेक्स रैकेट के माफियाओं का सुनियोजित जाल है, जिसमें हुक्का बार और स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का गंदा खेल चल रहा था।

सात दिन की दरिंदगी, मास्टरमाइंड का क्रूर इरादा

इस मामले का सबसे दिल दहला देने वाला पहलू यह है कि आरोपियों की मंशा पीड़िता को देह व्यापार के दलदल में धकेलने की थी। इसके लिए उसे सात दिनों तक अमानवीय यातनाओं से गुजरना पड़ा। पहले उसे शराब पिलाकर नशे में धुत किया गया, फिर ड्रग्स और हेरोइन जैसे खतरनाक नशीले पदार्थों का आदी बनाया गया। हुक्का बार में उसकी नुमाइश की गई और उसके करीबी दोस्त की मदद से उसे दूसरों के सामने परोस दिया गया। सात दिन तक यह दरिंदगी चलती रही, जबकि उसका परिवार उसकी तलाश में भटकता रहा, अनजान कि उनकी बेटी किस नर्क से गुजर रही है।

पीड़िता के पिता का दर्द बयां करता है कि उनकी बेटी जब घर लौटी, तो वह नशे की हालत में थी। दो दिन तक वह बदहवास रही, बोलने की हालत में भी नहीं। उनका आरोप है कि बेटी को शराब के साथ-साथ ड्रग्स और हेरोइन दी गई। चिकित्सकों ने भी इस संभावना को नकारा नहीं है, हालांकि वे प्रयोगशाला रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

हुक्का बार से शुरू हुआ काला खेल

पुलिस की जांच में सामने आया कि इस गैंगरेप का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि सिगरा स्थित एक हुक्का बार का संचालक अनमोल गुप्ता है। यह वही शख्स है, जो पहले भी सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में जेल जा चुका है। 2022 में कैंट थाने में उसके खिलाफ ऐसा ही मामला दर्ज हुआ था। हुक्का बार और स्पा सेंटर की आड़ में वह देह व्यापार का धंधा चला रहा था। इस गैंग में कारोबारी से लेकर छात्र तक शामिल थे, लेकिन सभी का कनेक्शन हुक्का बार से जुड़ा था।

आरोपियों में से एक दानिश, जो एक होटल में पार्ट-टाइम काम करता था, वहां पीड़िता का आना-जाना था। यहीं से उसकी दोस्ती इन दरिंदों से हुई, जिन्होंने बाद में उसे अपना शिकार बना लिया। पुलिस का कहना है कि अज्ञात आरोपियों को स्पा सेंटर में बुलाकर पीड़िता को उनके सामने परोसा जाता था। मसाज के बहाने देह व्यापार और अनैतिक संबंध बनाने का दबाव डाला जाता था। कई बार उसे नशा देकर बेहोश कर दिया जाता, ताकि वह विरोध भी न कर सके।

पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई

वारदात के खुलासे के बाद शासन तक हड़कंप मच गया। किरकिरी से बचने के लिए पुलिस हरकत में आई और 24 घंटे के भीतर 33 जगहों पर छापेमारी कर नौ आरोपियों को दबोच लिया। इसमें हुक्का बार और स्पा सेंटर चलाने वाले भी शामिल हैं। अभी तीन नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है। सिगरा, कैंट, लालपुर और लंका थानों की पुलिस ने दो रातों तक अभियान चलाया, 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संभावित ठिकानों पर दबिश दी। इसी दौरान अनमोल गुप्ता सहित कई आरोपी पकड़े गए।

पुलिस की लापरवाही भी सवालों के घेरे में

इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। पीड़िता के पिता ने बताया कि 3 अप्रैल को बेटी के लापता होने की शिकायत लेकर वे थाने गए थे। अगले दिन पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसे चौकाघाट से बरामद कर घर छोड़ दिया, लेकिन उसकी हालत देखकर भी कोई मेडिकल जांच नहीं कराई। 6 अप्रैल को जब पिता दोबारा थाने पहुंचे, तो पुलिस टालमटोल करती रही। आधी रात के बाद आला अधिकारियों के दबाव में ही केस दर्ज हुआ। लालपुर थानेदार की लापरवाही और असंवेदनशीलता ने पुलिस की छवि को और धक्का पहुंचाया।

क्या कहते हैं अधिकारी?

डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने बताया कि पीड़िता की मां की तहरीर और पीड़िता के बयान के आधार पर 23 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। 10-12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। पीड़िता का मेडिकल कराया गया है, जिसके आधार पर केस में धाराएं बढ़ाई जाएंगी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए बाकी आरोपियों की पहचान कर उनकी तलाश में जुटी है।

यह सिर्फ एक वारदात नहीं, एक सिस्टम का पतन है

यह मामला सिर्फ एक गैंगरेप की घटना नहीं, बल्कि समाज में फैले उस जहर की कहानी है, जो आधुनिकता की आड़ में युवाओं को नशे और अपराध के रास्ते पर धकेल रहा है। हुक्का बार और स्पा सेंटर जैसे ठिकाने अब सिर्फ मनोरंजन के अड्डे नहीं, बल्कि अपराध का गढ़ बनते जा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे इस काले कारोबार पर अब सख्ती होगी, या यह कहानी भी फाइलों में दफन हो जाएगी? जवाब का इंतजार पीड़िता का परिवार और पूरा समाज कर रहा है।

गैंगरेप केस में पुलिस ने दबोचे ये आरोपी

  1. राज विश्वकर्मा पुत्र राजकुमार विश्वकर्मा निवासी सीर करहिया थाना लंका, उम्र 20 वर्ष ।
  2. आयुष धूसिया पुत्र अशर्फी लाल निवासी- नईबस्ती हुकुलगंज लालपुर, उम्र 19 वर्ष।
  3. साजिद पुत्र गुलाम जफर निवासी- बादशाहबाग लल्लापुरा थाना सिगरा, उम्र 19 वर्ष।
  4. सुहैल शेख पुत्र मोहम्मद नूर निवासी हुकुलगंज थाना लालपुर उम्र 20 वर्ष।
  5. दानिश अली पुत्र लियाकत अली लालपुर पाण्डेयपुर, उम्र 20वर्ष।
  6. इमरान अहमद पुत्र महताब अहमद निवासी बड़ा चकरा लल्लापुरा सिगरा, उम्र 19 वर्ष।
  7. शब्बीर आलम उर्फ समीर अहमद पुत्र तौफीक अहमद निवासी बड़ा चकरा, उम्र 21 वर्ष।
  8. सोहेल खान पुत्र अतीक खान निवासी-इंग्लिशिया लाईन सिगरा उम्र 20 वर्ष।
  9. अनमोल गुप्ता पुत्र शरद गुप्ता मीरापुर बसही थाना शिवपुर वाराणसी, उम्र-28 वर्ष ।

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