वाराणसी, 6 अप्रैल 2025, रविवार। वाराणसी के शिवपुर थाने में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां सगाई के बाद दूल्हा पक्ष ने न सिर्फ शादी से इनकार कर दिया, बल्कि 5 लाख रुपये नकद और कीमती आभूषण लेने के बाद और 10 लाख रुपये के साथ-साथ एक XUV कार की मांग भी ठोक दी। पीड़ित पिता राजेश सिंह, जो जौनपुर के स्थाई निवासी हैं, ने इस मामले में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से गुहार लगाई, जिसके बाद शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। यह कहानी न सिर्फ धोखे की है, बल्कि सामाजिक बेइज्जती और धमकियों की भी एक दुखद मिसाल बन गई है।
सगाई में बंधी थी उम्मीदें, 25 नवंबर 2024 को हुई थी रिंग सेरेमनी
राजेश सिंह ने अपनी बेटी की शादी कौशांबी जिले के सैनी थाना क्षेत्र के मोहब्बतपुर निवासी अनुराग सिंह, जो योगेंद्र सिंह का बेटा है, से तय की थी। शादी की बातचीत राजेश के घर तरना में हुई, जहां दान-दहेज और 10 लाख रुपये नकद देने पर सहमति बनी। इसके बाद 25 नवंबर 2024 को धूमधाम से सगाई संपन्न हुई। इस मौके पर राजेश ने कोई कसर नहीं छोड़ी। सगाई में करीब 5 लाख रुपये खर्च किए गए और 5 लाख रुपये नकद भी लड़के वालों को दिए गए। बाकी रकम शादी के दिन देने की बात तय हुई थी।
सगाई का खर्चा: सोने-चांदी से लेकर मिठाई तक
राजेश ने बताया कि सगाई में लड़के के पिता योगेंद्र सिंह 20 लोगों के साथ आए थे। उनके स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ी गई। 50 हजार रुपये नकद, 25 किलो मिठाई (15 हजार रुपये), 50 किलो फल (12 हजार रुपये), 39,500 रुपये की सोने की डायमंड रिंग, 50 हजार रुपये की सोने की अंगूठी, 39,700 रुपये की सोने की चेन, 39,500 रुपये का सोने का ब्रेसलेट और 2,200 रुपये का चांदी का नारियल दिया गया। टेंट में 35 हजार, खाने में 50 हजार, साड़ी-सूट और अन्य सामानों में भी खर्चा हुआ। कुल मिलाकर 5 लाख रुपये का खर्च और 5 लाख नकद देकर राजेश ने अपनी बेटी के सुखद भविष्य की नींव रखने की कोशिश की।
अचानक बदल गई नियत, मांग ली XUV कार
सगाई के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। राजेश शादी की तैयारियों में जुट गए, लेकिन तभी लड़के वालों का फोन आया। उनकी मांग थी कि शादी के दिन 10 लाख रुपये नकद और एक XUV कार भी चाहिए, वरना शादी नहीं होगी। यह सुनकर राजेश के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने रिश्तेदारों के साथ दिसंबर 2024 में कौशांबी जाकर उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। फिर 28 जनवरी 2025 को योगेंद्र सिंह ने राजेश को भगवतीपुर की टीवीएस मोटर एजेंसी पर बुलाया और फिर वही मांग दोहराई।
पैसे और आभूषण मांगने पर मिली जान से मारने की धमकी
जब राजेश ने अपनी असमर्थता जताई और सगाई में दिए गए 5 लाख रुपये, आभूषण और सामान वापस मांगा, तो लड़के वालों ने साफ कह दिया, “सब भूल जाओ, कुछ नहीं मिलेगा।” इतना ही नहीं, दोबारा मांग करने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली। समाज में बेइज्जती का डर और बेटी के भविष्य की चिंता में राजेश ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को प्रार्थना पत्र सौंपा।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, कार्रवाई शुरू
शिवपुर थाना प्रभारी उदयवीर सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 351(3) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
एक पिता की पीड़ा और सवाल
यह मामला न सिर्फ दहेज की लालच को उजागर करता है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि क्या रिश्तों की नींव अब सिर्फ पैसे और गाड़ियों पर टिकी है? राजेश सिंह जैसे पिता की मेहनत और बेटी के सपनों का क्या होगा, यह अब पुलिस जांच और कानून के हाथ में है। लेकिन यह कहानी समाज को आईना दिखाने के लिए काफी है।