✍️ विकास यादव
वाराणसी, 5 अप्रैल 2025, शनिवार। शनिवार की सुबह वाराणसी के पवित्र काशी विश्वनाथ मंदिर में एक ऐसी घटना घटी, जो दिल को छू लेने वाली थी। 87 साल की ब्रिटिश महिला नॉरिस पॉलिन मान्या अपने भारतीय मूल के पति साईं नाथ के साथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए पहुंची थीं। साईं नाथ, जो महाराष्ट्र के रहने वाले हैं, और नॉरिस का यह सफर उनके अटूट प्रेम और साथ की मिसाल था। दोनों ने विधि-विधान से भगवान काशी विश्वनाथ के दर्शन किए और मंदिर की अलौकिक शांति में समय बिताया।

लेकिन काशी विश्वनाथ धाम में भ्रमण के दौरान अचानक एक अनहोनी हो गई। भीड़-भाड़ के बीच नॉरिस अपने पति से बिछड़ गईं। अकेली और परेशान नॉरिस की बेचैनी देखते ही बनती थी। मंदिर प्रशासन ने तुरंत इसकी सूचना कमांड सेंटर के जरिए प्रसारित की, ताकि साईं नाथ को जल्द से जल्द ढूंढा जा सके।

कुछ ही देर में दशाश्वमेध थाने के मदनपुरा चौकी प्रभारी विशाल विक्रम सिंह ने राहत की खबर दी। साईं नाथ को मदनपुरा मोहल्ले से सकुशल बरामद कर लिया गया था। जब नॉरिस अपने पति से दोबारा मिलीं, उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। यह पल उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था कि वह अपने पति से कितना प्यार करती हैं।

नॉरिस ने वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट और चौकी प्रभारी विशाल विक्रम सिंह का दिल से आभार जताया। उनकी यह छोटी-सी प्रेम कहानी काशी की गलियों में एक यादगार लम्हा बन गई। यह घटना न सिर्फ उनके रिश्ते की गहराई को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि प्यार और विश्वास की कोई उम्र या सीमा नहीं होती।