उत्तरकाशी, 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार। उत्तराखंड के पवित्र चारधामों में शुमार यमुनोत्री और गंगोत्री धाम अब एक नए युग की ओर बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इन धामों और यात्रा मार्गों को चाक-चौबंद करने का अभियान जोरों पर है। सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा का सपना अब हकीकत में बदल रहा है। करीब 78 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे विकास कार्यों के साथ CM धामी खुद इनकी प्रगति पर नजर रख रहे हैं। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा से लेकर सड़कों की मरम्मत तक, हर काम को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर जोर है। तो आइए, जानते हैं कि इस बार चारधाम यात्रा को खास बनाने के लिए क्या-क्या तैयारियां हो रही हैं!
यमुनोत्री धाम: 38 करोड़ की सौगात
यमुनोत्री धाम और इसके यात्रा मार्ग को संवारने के लिए 38 करोड़ रुपये से ज्यादा के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। बाढ़ से सुरक्षा के लिए जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक नदी तटों पर 17.32 करोड़ रुपये की लागत से काम चल रहा है। आपदा से क्षतिग्रस्त चेंजिंग रूम, रसोई और अतिथि गृह की मरम्मत के लिए 26 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पैदल मार्ग को मजबूत करने के लिए सीसी, दीवारें, रेलिंग और यात्री शेड की मरम्मत पर 148.90 लाख रुपये लगाए जा रहे हैं। फूलचट्टी से जानकीचट्टी तक मोटर मार्ग का सुदृढ़ीकरण (218.84 लाख) और खरसाली में पार्किंग व मोटर मार्ग निर्माण (179.85 लाख) जैसे काम भी तेजी से चल रहे हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए जानकीचट्टी में दो हाईटेक शौचालय (48 लाख) और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 20 स्टील फ्रेम शौचालय (66.10 लाख) बन रहे हैं। पुलिस, होमगार्ड और पीआरडी जवानों के लिए रानाचट्टी और यमुनोत्री में प्रीफैब्रिकेटेड बैरक (45.73 लाख) तैयार हो रहे हैं। बड़कोट में पेयजल योजना (262.76 लाख) और निर्बाध बिजली आपूर्ति (101.05 लाख) जैसे कार्य भी अंतिम चरण में हैं। जिला पंचायत ने हेलमेट, घोड़ा-खच्चर बैज, कूड़ा निस्तारण और सोलर लाइट जैसे कामों के लिए 214.53 लाख रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।
गंगोत्री धाम: 40 करोड़ का विकास
गंगोत्री धाम और इसके मार्ग को संवारने के लिए 40 करोड़ रुपये से ज्यादा के कार्य स्वीकृत हैं। घाटों की मरम्मत और बाढ़ सुरक्षा के लिए 9 करोड़ रुपये का बजट है। निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए 267.56 लाख रुपये के काम चल रहे हैं। हर्षिल को मुख्य पड़ाव बनाने के लिए 57.32 लाख रुपये से तटबंध और 72 लाख रुपये से तीन स्मार्ट टॉयलेट बनाए जा रहे हैं। गंगोत्री मार्ग पर शौचालय निर्माण और मरम्मत के लिए 40.50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
बीआरओ गंगोत्री हाईवे के संकरे हिस्सों को ठीक करने और हीना से आगे 57 किमी सड़क के डामरीकरण पर 17 करोड़ रुपये लगा रहा है। उत्तरकाशी में वर्णावत पर्वत की सुरक्षा के लिए 5 करोड़ और हीना पार्किंग के लिए 2.905 करोड़ रुपये के कार्य अंतिम चरण में हैं। यात्रा की निगरानी के लिए 2.40 करोड़ रुपये का स्मार्ट कंट्रोल रूम भी तैयार हो रहा है।
CM धामी का विजन: सुगम और सुरक्षित यात्रा
CM पुष्कर सिंह धामी का सपना है कि चारधाम यात्रा हर यात्री के लिए यादगार अनुभव बने। इसके लिए वे न सिर्फ फंडिंग की स्वीकृति दे रहे हैं, बल्कि हर प्रोजेक्ट की नियमित समीक्षा भी कर रहे हैं। जिलाधिकारी डॉ. बिष्ट ने कहा, “यमुनोत्री और गंगोत्री में ज्यादातर कार्य तेजी से पूरे हो रहे हैं। यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होंगी।” बाढ़ सुरक्षा के लिए मशीनों की उपलब्धता और विभागों को सख्त निर्देश इसका सबूत हैं।
पहाड़ों में नई उम्मीद
यह सिर्फ निर्माण कार्यों की कहानी नहीं, बल्कि उत्तराखंड के पहाड़ों में नई उम्मीद की किरण है। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम अब सिर्फ आस्था के केंद्र नहीं, बल्कि सुविधा और सुरक्षा के प्रतीक बन रहे हैं। 78 करोड़ रुपये से ज्यादा की ये परियोजनाएं यात्रियों को बेहतर अनुभव देने के साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और विकास का रास्ता भी खोल रही हैं। CM धामी के इस विजन से चारधाम यात्रा 2025 में नया इतिहास रचने को तैयार है। तो क्या आप भी इस सुगम और सुरक्षित यात्रा का हिस्सा बनने को तैयार हैं? पहाड़ बुला रहे हैं!