वाराणसी, 30 मार्च 2025, रविवार: भगवान हनुमान के प्रति अटूट श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक, हनुमान ध्वजा प्रभात फेरी समिति की ओर से आयोजित रजत जयंती हनुमान ध्वजा महोत्सव का शुभारंभ आज रविवार को सुबह 6 बजे धूमधाम से हुआ। 30 मार्च से 12 अप्रैल तक चलने वाले इस महोत्सव के पहले दिन धर्म संघ से प्रारंभ हुई हनुमान ध्वजा यात्रा ने शहर को भक्ति के रंग में सराबोर कर दिया। यह यात्रा रविंद्रपुरी, दुर्गाकुंड और त्रिदेव मंदिर होते हुए संकट मोचन मंदिर पहुंची, जहां भक्तों ने प्रभु हनुमान के चरणों में ध्वजा अर्पित की।

शुभारंभ में दिग्गजों की मौजूदगी
यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ और आईआईएम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार चौधरी ने संकट मोचन प्रभु का पूजन-अर्चन किया और आरती उतारी। इसके बाद भक्तों को ध्वजा सौंपकर यात्रा का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर दोनों अतिथियों ने भक्तों का उत्साहवर्धन किया और इस आयोजन को वाराणसी की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बताया।

भव्य और मनमोहक दृश्य
यात्रा में सबसे आगे लहराती हनुमान ध्वजा और इसके पीछे एक गाड़ी पर संकट मोचन का तैल चित्र, जिसे गुलाब और रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था, देखते ही बन रहा था। यह दृश्य इतना अद्भूत था कि हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। महिलाएं सजी-धजी आरती की थाली लिए चल रही थीं, तो पुरुष और बच्चे हनुमान ध्वजा थामे आगे बढ़ रहे थे। रास्ते भर भक्तगण “छम छम नाचे हनुमाना, लहर लहर लहराई रे हनुमान ध्वजा” जैसे भजनों पर नृत्य करते हुए प्रभु की भक्ति में लीन दिखे।

भक्तों का उत्साह और स्वागत
यात्रा के मार्ग पर महिलाओं ने प्रभु की आरती उतारी, भोग लगाया और पुष्पवर्षा कर ध्वजा का स्वागत किया। सड़कों पर भक्ति का ऐसा अलौकिक माहौल था कि हर ओर बस हनुमान जी का जयघोष गूंज रहा था। संकट मोचन मंदिर पहुंचने पर भक्तों ने ध्वजा को प्रभु के चरणों में अर्पित किया। इसके बाद सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ हुआ, प्रभु की आरती उतारी गई और प्रसाद का भोग लगाकर भक्तों में वितरित किया गया।

आयोजन में सक्रिय योगदान
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष कौशल शर्मा के साथ विश्वनाथ पोद्दार, सुरेश तुलस्यान, गोकुल शर्मा, महेश चौधरी, कृष्ण कुमार काबरा, शांति देवी रुंगटा, तारा शर्मा, नीलम गुप्ता, अर्चना अग्रवाल, संजीव अग्रवाल ‘डब्बू’, मनीष मरोलिया, कृष्ण गोपाल तुलस्यान, संतोष अग्रवाल, हरे कृष्णा और राजू बाजोरिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भक्ति का अनूठा उत्सव
हनुमान ध्वजा महोत्सव का यह पहला दिन वाराणसी के लिए भक्ति, उत्साह और एकता का प्रतीक बन गया। आने वाले दिनों में भी यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए प्रभु हनुमान के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करने का सुनहरा अवसर लेकर आएगा। यह महोत्सव न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह काशी की समृद्ध परंपराओं को भी जीवंत करता है।