अयोध्या, 29 मार्च 2025, शनिवार। अयोध्या, भगवान श्रीराम की पावन नगरी, इस बार रामनवमी के पर्व को एक ऐतिहासिक और अविस्मरणीय उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी में जुटी है। नए राम मंदिर के उद्घाटन के बाद यह पहली रामनवमी होने के कारण उत्साह चरम पर है। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अयोध्या नगर निगम ने व्यापक और अभूतपूर्व तैयारियां शुरू कर दी हैं। भीषण गर्मी के बीच श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और आनंद को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह पर्व न केवल धार्मिक उत्साह का प्रतीक बनेगा, बल्कि व्यवस्था और स्वच्छता का भी नया मानदंड स्थापित करेगा।
गर्मी से राहत और सुविधा का अनूठा इंतजाम
इस बार गर्मी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने कई अनूठे कदम उठाए हैं। श्रृंगारहाट से रामपथ के गेट नंबर तीन तक सड़कों पर मैटिंग बिछाई जाएगी, जिस पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव होगा ताकि श्रद्धालुओं के पैर न जलें। धर्मपथ पर छायादार अस्थायी शिविर बनाए जा रहे हैं, जहां भक्त धूप से बच सकें। इन शिविरों में बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ पेयजल, शौचालय और स्प्रिंकलर फैन जैसे साधन उपलब्ध होंगे। पूरे मेला क्षेत्र में 243 स्थानों पर पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, सीएसआर के तहत ग्लूकॉन-डी का वितरण और हेल्थ एटीएम में ओआरएस की उपलब्धता भी श्रद्धालुओं को तरोताजा रखेगी।
स्वच्छता और व्यवस्था पर विशेष जोर
रामनवमी मेले में स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। धर्मपथ, रामपथ, भक्तिपथ, आरती घाट और दर्शन पथ जैसे प्रमुख मार्गों पर तीन चरणों में सफाई होगी। पहले चरण में 1204, दूसरे में 398 और तीसरे में 136 सफाई कर्मी तैनात होंगे, जिनकी निगरानी 73 पर्यवेक्षक करेंगे। कूड़े के निपटान के लिए 395 डस्टबिन लगाए गए हैं। शौचालयों की व्यवस्था भी पुख्ता है—991 टॉयलेट सीट्स के साथ 34 मोबाइल टॉयलेट्स उपलब्ध होंगे, जिनके पास हैंडवॉश की सुविधा भी होगी। मशीनों और श्रमिकों की टीम दिन-रात स्वच्छता बनाए रखने में जुटी है।
अतिक्रमण और पॉलीथिन पर सख्ती
मेला क्षेत्र को व्यवस्थित और सुगम बनाए रखने के लिए प्रवर्तन दल सक्रिय रहेगा। पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाया जाएगा और पॉलीथिन के खिलाफ जागरूकता अभियान के साथ-साथ सख्त कार्रवाई भी होगी। छुट्टा पशुओं को रोकने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं, जो रामपथ, धर्मपथ और भक्तिपथ पर निगरानी रखेंगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री का मार्गदर्शन, नगर निगम का संकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इन तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। हाल ही में अयोध्या में हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि रामनवमी का यह मेला ऐतिहासिक हो और हर श्रद्धालु संतुष्ट होकर लौटे।” प्रशासन की यह प्रतिबद्धता अयोध्या को एक आदर्श तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है।
श्रद्धालुओं के लिए खास सुविधाएं
पादुका सेवा कैंप: चिन्हित स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त पादुका सेवा उपलब्ध होगी।
हैंडहेल्ड स्प्रिंकलर: गर्मी से राहत के लिए पानी की बौछार का इंतजाम।
छायादार शिविर: धर्मपथ और अन्य स्थानों पर विश्राम के लिए विशेष व्यवस्था।
एक नया इतिहास रचने को तैयार अयोध्या
इस बार रामनवमी का उत्सव अयोध्या के लिए सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक नई पहचान का प्रतीक है। नगर निगम और जिला प्रशासन की ये तैयारियां श्रद्धालुओं को न केवल भगवान राम के दर्शन का सुख देंगी, बल्कि एक सुव्यवस्थित और सुखद अनुभव भी प्रदान करेंगी। अयोध्या, जो पहले से ही आस्था का केंद्र है, अब व्यवस्था और सेवा के मामले में भी दुनिया के सामने एक मिसाल पेश करने जा रही है।