नई दिल्ली, 25 मार्च 2025, मंगलवार। अयोध्या, जहां राम की नगरी में हर कहानी को पवित्रता से जोड़ा जाता है, वहां एक युवती की प्रेम कहानी ने दुखद मोड़ ले लिया। ज्योति शुक्ला की जिंदगी उस वक्त बदल गई, जब लॉकडाउन की ऊब में शुरू हुआ एक ऑनलाइन लूडो गेम उनके लिए प्यार और फिर धोखे का सबब बन गया। यह कहानी शुरू हुई थी हंसी-मजाक से, लेकिन इसका अंत आंसुओं और अदालती कार्रवाई में हुआ।
लूडो से शुरू हुई लव स्टोरी
लॉकडाउन के दिनों में जब दुनिया ठहर सी गई थी, ज्योति ने समय काटने के लिए ऑनलाइन लूडो खेलना शुरू किया। इसी खेल में उनकी मुलाकात अनिकेत शर्मा नाम के एक युवक से हुई। अनिकेत ने खुद को ऑस्ट्रेलिया में नौकरी करने वाला बताया और बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। गपशप से दोस्ती और फिर दोस्ती से प्यार तक का सफर तय करने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। अनिकेत की बातों में ज्योति को भरोसा नजर आया, और दोनों ने शादी का फैसला कर लिया। मई 2023 में अयोध्या में धूमधाम से दोनों ने सात फेरे लिए। ज्योति के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा था—एक विदेशी दूल्हा, एक नई जिंदगी की उम्मीद।
शादी के बाद आया भयानक सच
लेकिन यह सपना ज्यादा दिन नहीं टिका। शादी के महज तीन दिन बाद अनिकेत ऑस्ट्रेलिया लौट गया। वहां से उसने ज्योति से पांच लाख रुपये की मांग शुरू कर दी। पहले तो ज्योति ने इसे मजबूरी समझकर नजरअंदाज किया, लेकिन जब बात बढ़ी तो उसने खुद सच जानने का फैसला किया। वह ऑस्ट्रेलिया पहुंची, लेकिन वहां जो हकीकत सामने आई, उसने उसके पैरों तले जमीन खिसका दी। अनिकेत पहले से शादीशुदा था। इतना ही नहीं, वहां ज्योति के साथ मारपीट और उत्पीड़न का सिलसिला शुरू हो गया। जो शख्स कभी प्यार भरी बातें करता था, वही अब उसका दुश्मन बन चुका था।
टूटे दिल के साथ भारत लौटी ज्योति
अपमान और दर्द सहकर ज्योति किसी तरह भारत लौटी। अयोध्या पहुंचते ही उसने हिम्मत जुटाई और पुलिस के पास अपनी आपबीती सुनाई। उसकी शिकायत पर अनिकेत के खिलाफ धोखाधड़ी और दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच में जुट गई है।
एक सबक और सवाल
ज्योति की यह कहानी सिर्फ एक प्रेम कहानी का दुखद अंत नहीं, बल्कि डिजिटल दौर में रिश्तों की सच्चाई परखने की जरूरत का सबक भी है। ऑनलाइन दुनिया ने जहां लोगों को जोड़ा, वहीं धोखे की साजिशों को भी हवा दी। ज्योति का दर्द अब कानून के हाथों में है, लेकिन यह सवाल बाकी है—क्या वह इंसाफ पा सकेगी? और क्या यह कहानी दूसरों को सतर्क कर पाएगी? राम की नगरी में शुरू हुई यह प्रेम कहानी अब अदालत की चौखट पर खड़ी है, जवाब की तलाश में।