नई दिल्ली, 25 मार्च 2025, मंगलवार। देश की जानी-मानी वरिष्ठ पत्रकार अनिता चौधरी ने हाल ही में बीजेपी के राज्यसभा सांसद और राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ एक विशेष साक्षात्कार किया। इस साक्षात्कार में इतिहास, राजनीति और देश के गौरवशाली नायकों को लेकर तीखी बहस छिड़ गई। बातचीत का केंद्र रहा समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का वह विवादास्पद बयान, जिसमें उन्होंने महान योद्धा राणा सांगा को “देश का गद्दार” करार दिया और दावा किया कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत बुलवाया था। इस बयान का सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी समर्थन किया है।
अनिता चौधरी ने सवाल उठाया कि औरंगजेब को लेकर जो विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब राणा सांगा पर राजनीति गरमा गई है। उन्होंने कहा, “राणा सांगा को हमारे देश के बच्चे एक महान योद्धा के रूप में पढ़ते और सम्मान करते हैं। हम उन्हें मुगलों के खिलाफ तलवार उठाने वाले और राजस्थान की शान बचाने वाले नायक के तौर पर देखते हैं।” इस पर मदन राठौड़ ने जोरदार जवाब दिया। उन्होंने कहा, “राणा सांगा इस देश के आदर्श और महापुरुष हैं। उन्होंने न सिर्फ राजस्थान, बल्कि पूरे हिंदुस्तान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया। उनके शरीर पर 80 घाव लगे, फिर भी वे अंत तक संघर्ष करते रहे। रामजी लाल सुमन का यह बयान निंदनीय है। उन्हें सांसद रहने का कोई अधिकार नहीं है। इतिहास में साफ है कि राणा सांगा ने बाबर से युद्ध किया, यह सभी जानते हैं। हम उन्हें सम्मान की नजर से देखते हैं।”
रामजी लाल सुमन को नाम बदल लेना चाहिए
मदन राठौड़ ने सपा सांसद पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा, “रामजी लाल सुमन को अपना नाम बदल लेना चाहिए। उनके पिता ने जब यह नाम रखा होगा, तो गर्व से रखा होगा कि उनका बेटा देश के इतिहास की रक्षा करेगा, उसका सम्मान बढ़ाएगा। लेकिन आज उन्होंने देश के गौरव को ठेस पहुंचाने का काम किया है। उनकी आत्मा जहां कहीं होगी, रो रही होगी कि ऐसा बेटा पैदा किया, जिसने देश के सम्मान को नष्ट करने की साजिश रची।”
उन्होंने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। राठौड़ ने कहा, “रामजी लाल सुमन का यह बयान संसद में दिया गया, जो बेहद शर्मनाक है। और उसका समर्थन अखिलेश यादव कर रहे हैं, जिन्हें इतिहास की कोई जानकारी नहीं। वे एक मुख्यमंत्री (मुलायम सिंह यादव) के घर पैदा हुए, लेकिन इतिहास की समझ उनमें नहीं है। उन्हें देश के गौरवशाली अतीत को जानना चाहिए। सपा सांसद ने हमारे समाज के आदर्शों के लिए घटिया शब्दों का इस्तेमाल किया, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।”
राजस्थान ही नहीं, पूरा देश आक्रोशित
अनिता चौधरी ने पूछा कि राणा सांगा और महाराणा प्रताप जैसे नायक राजस्थान के लिए पूजनीय हैं और पूरे देश में सम्मानित हैं। ऐसे में यह मुद्दा राजस्थान की जनता और राजनीति के लिए कितना बड़ा है? जवाब में राठौड़ ने कहा, “राजस्थान बहुत गर्म है। यहां की जनता में भारी आक्रोश है। सिर्फ राजस्थान ही नहीं, पूरे देश की जनता गुस्से में है। आम नागरिक, विद्यार्थी और हर वर्ग राणा सांगा को सम्मान की नजर से देखता है। उनके अपमान की साजिश करने वाले को राजनीति करने का कोई हक नहीं। ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए।”
औरंगजेब और बाबर पर भी सख्त रुख
बातचीत में अनिता चौधरी ने महाराष्ट्र में औरंगजेब और बाबर को लेकर चली राजनीति और पत्थरबाजी का जिक्र किया। उन्होंने पूछा कि क्या किसी समुदाय को सुरक्षा बलों पर हमला करने का अधिकार होना चाहिए? इस पर राठौड़ ने कहा, “औरंगजेब एक आततायी था। वह बाहर से आया, उसने हिंदुस्तान में लूट मचाई, मंदिर तोड़े, सम्मान को ठेस पहुंचाई और जबरन धर्म परिवर्तन करवाया। उसकी संस्कृति को नष्ट करने की साजिश को हम सम्मान नहीं दे सकते। उसे बढ़ावा देना गलत है।”
उन्होंने आगे कहा, “औरंगजेब या बाबर को कोई माने या न माने, हमें फर्क नहीं पड़ता। लेकिन देश के लोगों में राष्ट्रीय चरित्र होना चाहिए। किसी की पूजा-पद्धति से हमें कोई दिक्कत नहीं, मगर राष्ट्रभक्ति और समर्पण हर नागरिक में होना चाहिए।”
कर्नाटक में आरक्षण पर कांग्रेस को घेरा
साक्षात्कार में कर्नाटक सरकार के उस प्रस्ताव का भी जिक्र हुआ, जिसमें मुस्लिम समुदाय को सरकारी टेंडर में 4% आरक्षण देने की बात है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि यह मामला कोर्ट जा सकता है, लेकिन वे संविधान बदलने को भी तैयार हैं। इस पर राठौड़ ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संसद में संविधान की रक्षा की बात करते हैं, लेकिन उनके ही नेता डीके शिवकुमार संविधान बदलने की बात कहते हैं। डॉ. भीमराव आंबेडकर ने साफ लिखा था कि धार्मिक आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता। आर्थिक आधार पर कुछ समय के लिए व्यवस्था हो सकती है, लेकिन धर्म के आधार पर नहीं। शिवकुमार का यह बयान मुस्लिम वर्ग की वाहवाही लूटने और समाज को तोड़ने की साजिश है।”
उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा, “मोदी ‘एक देश, एक कानून’ की बात करते हैं, वहीं कांग्रेस समाज में भेदभाव पैदा कर रही है।”
राहुल गांधी और कांग्रेस पर तंज
अनिता चौधरी ने राहुल गांधी के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर संविधान बदलकर गरीबों का हक छीनने का आरोप लगाया। इस पर राठौड़ ने तंज कसा, “राहुल गांधी से उनकी पार्टी संभल नहीं रही। उनके नेता अलग-अलग राज्यों में कुछ भी बोल देते हैं, न वे कंट्रोल कर पाते हैं, न खड़गे। कांग्रेस में अनुशासन नाम की चीज नहीं है। खड़गे कहते हैं कि संविधान से छेड़छाड़ नहीं करेंगे, लेकिन उनकी ही पार्टी के शिवकुमार बदलाव की बात करते हैं।”
यह साक्षात्कार न सिर्फ इतिहास और राजनीति के गहरे मुद्दों को उजागर करता है, बल्कि देश के गौरवशाली नायकों के सम्मान को लेकर जनता के बीच बढ़ते आक्रोश को भी रेखांकित करता है।