लखनऊ, 17 मार्च 2025, सोमवार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों की समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी विभागों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता की सुविधा शीर्ष प्राथमिकता है, और जहां जरूरी हो, वहां रिफॉर्म के लिए आगे बढ़ना होगा। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि मरीजों की सुविधा और डॉक्टरों की सहूलियत का ध्यान रखना होगा।
मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत/मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत इलाज करने वाले अस्पतालों के भुगतान को लेकर भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों का भुगतान एक महीने से अधिक विलंब नहीं होना चाहिए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने हर जिले में आंगनबाड़ी के अपने भवन के निर्माण के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस प्रयास में हर जरूरी मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुम्भ के आर्थिक प्रभाव का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाए। उन्होंने कहा कि इस साल जीडीपी में बड़ा उछाल आएगा। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने स्टार्ट-अप को चिन्हित करने और उन्हें यूनिकार्न की श्रेणी में लाने के लिए ठोस प्रयास करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सेवा, सुशासन और समृद्धि के 8 वर्ष पूरे होने पर सभी जनपदों में तीन दिनी विशेष आयोजन किए जाएंगे।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मिशन कर्मयोगी के तहत सभी सरकारी कर्मचारियों को जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सप्ताहांत में फील्ड विजिट पर जाएं और जमीनी स्तर पर समस्याओं का समाधान करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऊर्जा विभाग के शीर्ष अधिकारी फील्ड में उतरें और उपभोक्ताओं से मिलकर समस्याओं का समाधान कराएं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने गर्मी के मौसम में पेयजल की कमी न होने देने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में आवंटन के सापेक्ष कम व्यय करने वाले विभागों की मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव वित्त द्वारा समीक्षा की जाए और स्थिति को बेहतर करने के प्रयास किए जाएं।