प्रयागराज, 4 मार्च 2025, मंगलवार। प्रयागराज में 45 दिनों तक चले आध्यात्मिक मेले की रौनक अब यादों में बसी है। इस मेले ने न केवल आध्यात्मिकता का अनुभव कराया, बल्कि रोजगार के लिहाज से भी यह मेल काफी खास रहा।
प्रयागराज की सड़कें और गलियां जो कभी श्रद्धालुओं से भरी रहती थीं, अब सुनसान हो गई हैं। स्थानीय निवासी और व्यापारी इस मेले की यादों को संजोए हुए हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसे मेले भविष्य में भी आते रहें।
महाकुंभ मेले ने प्रयागराज को विश्व पटल पर एक बार फिर से स्थापित किया है। इस मेले की यादें आने वाले समय में भी लोगों के दिलों में बसी रहेंगी।