नई दिल्ली, 3 मार्च 2025, सोमवार। प्रयागराज महाकुम्भ, जो हाल ही में संपन्न हुआ, ने विश्व को अपनी भव्यता और धार्मिक उत्साह का अनुभव कराया। यह आयोजन न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन थी।
महाकुम्भ के बारे में विभिन्न समाचार पत्रों और संगठनों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। द वॉल स्ट्रीट जनरल ने कहा, “यह अमेरिका की कुल आबादी से ज्यादा का आयोजन था।” बीबीसी ने कहा, “महाकुंभ मानवता का सबसे बड़ा समागम था।”
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा, “यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समारोह था।” द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा, “इस आयोजन में न सिर्फ श्रद्धालु पर्यटक ही नहीं, नेता व हस्तियां भी पहुंची।”
द रॉयटर्स ने कहा, “यह डिजिटल कुंभ था, जिसमें व्यवस्था बनाने के लिए तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल किया गया।” द गर्जियन ने लिखा, “यह पर्वो का पर्व था, लोगों की उमंग व उत्साह चरम पर रहा।”
सीएनएन ने लिखा, “दुनिया के सबसे बड़े समागम में 60 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए, यह आस्था की अभिव्यक्ति का शानदार नजारा था।” यूनेस्को के डायरेक्टर टिम कर्टिस ने कहा, “यूनेस्को ने 2019 में कुंभ मेले को मानवता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी।”
महाकुम्भ का आयोजन न केवल धार्मिक महत्व का था, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजन भी था। इस आयोजन ने विश्व को भारत की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक उत्साह का अनुभव कराया।