नई दिल्ली, 26 फरवरी 2025, बुधवार। डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने पहली नौसेना एंटी-शिप मिसाइल का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया। यह परीक्षण 25 फरवरी, 2025 को चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज से किया गया था। इस परीक्षण में, भारतीय नौसेना के सीकिंग हेलीकॉप्टर से एंटी-शिप मिसाइल (एनएएसएम-एसआर) लॉन्च किए गए और जहाज के लक्ष्यों के खिलाफ मिसाइल की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। इस परीक्षण ने भारतीय नौसेना के मिसाइल की मैन-इन-लूप विशेषता को साबित किया है।
परीक्षण के दौरान, मिसाइल ने अधिकतम सीमा पर सी-स्किमिंग मोड में एक छोटे जहाज के लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया। यह मिसाइल स्वदेश निर्मित है और इसमें एक स्वदेशी इमेजिंग इंफ्रा-रेड सीकर का उपयोग किया गया है। इस टेस्ट के दौरान, उच्च बैंडविड्थ वाले दो तरफा डेटालिंक सिस्टम का भी प्रदर्शन किया गया, जिसका उपयोग इन-फ्लाइट रीटार्गेटिंग के लिए किया जाता है। यह सुविधा उड़ान के दौरान पुनः लक्ष्यीकरण की क्षमता प्रदान करती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफल उड़ान परीक्षणों के लिए डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और शामिल उद्योगों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मैन-इन-लूप सुविधाओं के लिए परीक्षण अद्वितीय है क्योंकि यह उड़ान के दौरान पुनः लक्ष्यीकरण की क्षमता प्रदान करता है।