वाराणसी में धार्मिक उत्सव का आगाज: निरंजनी अखाड़े के स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का भव्य स्वागत
वाराणसी, 25 फरवरी 2025, मंगलवार। महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में महाकुम्भ से भीड़ के पलट प्रवाह और नागा साधुओं की पेशवाई को ध्यान में रखते हुए तीन दिनों तक प्रोटोकॉल आधारित दर्शन-पूजन पर रोक लगा दी गई है। 25 से 27 फरवरी तक दर्शन पूजन के लिए कोई भी प्रोटोकॉल मान्य नहीं होगा। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर विभिन्न आखाड़ों से साधु-संतों एवं नागा साधुओं द्वारा अत्यधिक संख्या में बाबा का दर्शन-पूजन किया जायेगा। नागा अखाड़ों की ओर से शोभायात्रा निकाली जायेगी। ऐसे में सुबह 8 बजे से दोपहर 01 बजे तक जनसामान्य के लिए दर्शन पूजन स्थगित रहेगा। अत्यधिक भीड़ को देखते हुए संभावना है कि कतार में लगे भक्तों को बाबा के दर्शन के लिए 16 से 18 घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। ऐसे में किसी भी स्तर से विशेष सुविधा के अनुरोध स्वीकार किए जाने की कोई संभावना नहीं है। दूसरी ओर, वाराणसी में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का मंगलवार को काशी आगमन हुआ। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज ने दुर्गाकुंड क्षेत्र में उनका स्वागत किया।
स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने अखाड़े के साधु संतों के साथ बैठक की और शिवरात्रि के दिन पेशवाई की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि प्रशासन के साथ उनकी बैठक हो गई है और वे अगले दिन 7 बजे तक अपने अखाड़े से बाबा विश्वनाथ धाम दर्शन के लिए रवाना होंगे। निरंजनी अखाड़े के यात्रा की अध्यक्षता पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज स्वयं करेंगे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी महाराज ने बताया कि हनुमान घाट से जूना अखाड़े के साथ निरंजनी, आनंद, अग्नि, आवाहन अखाड़ा एक साथ विश्वनाथ मंदिर पहुंचेंगे।
पेशवाई में 12 रथ, डमरू, बैंडबाजे आदि शामिल रहेगा। जूना अखाड़े की पेशवाई हनुमान घाट से, आवाहन की दशाश्वमेध घाट से और अग्नि अखाड़े की पेशवाई राजघाट से निकलेगी। ये तीनों अखाड़े गोदौलिया पर मिलेंगे। वहीं से बाबा दरबार में हाजिरी लगाएंगे। इस पेशवाई में अखाड़ों के तमाम महामंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत और सभापति शामिल होंगे। महानिर्वाणी के साथ अटल अखाड़ा शिवाला से पेशवाई निकाली जाएगी। महानिर्वाणी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद महाराज की अगुवाई में पेशवाई निकलेगी। वहीं, शिवाला से ही निरंजनी अखाड़े के साथ आनंद अखाड़ा पेशवाई में शामिल होगा।