नई दिल्ली, 23 फरवरी 2025, रविवार। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्ववर्ती बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारत को उसके चुनाव में मदद के लिए 1.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर की धनराशि आवंटित की, जबकि भारत को इसकी जरूरत नहीं थी। ट्रंप ने यह टिप्पणी ‘कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस’ (सीपीएसी) में अपने भाषण के दौरान की। उन्होंने पहले भी दावा किया था कि भारत को चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर की वित्तीय मदद दी गई थी।
ट्रंप ने अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) पर भी निशाना साधा, जिसने कथित तौर पर भारत को यह धनराशि दी थी। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का फायदा उठाता है और दुनिया में सबसे अधिक कर लगाने वाले देशों में से एक है। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत को चुनावों के लिए पैसे देने की जरूरत नहीं है, लेकिन फिर भी अमेरिका ने उन्हें बहुत सारा पैसा दिया है।
इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी चिंताजनक है और सरकार इसकी जांच कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यूएसएआईडी को भारत में सद्भावनापूर्वक गतिविधियां करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अमेरिका से यह संकेत मिल रहा है कि कुछ गतिविधियां दुर्भावनापूर्ण हैं।
उन्होंने कहा, इसलिए इस पर निश्चित रूप से गौर किया जाना चाहिए और यदि ऐसा कुछ है तो मेरा मानना है कि देश को पता होना चाहिए कि दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में कौन लोग शामिल हैं। कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि वह ”अपने मित्र से बात करें” और आरोपों का पुरजोर खंडन करें।