लखनऊ, 20 फरवरी 2025, गुरुवार। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के बजट में वृद्धि एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पुलिस बल को प्रोत्साहित करने वाला और मनोबल को बढ़ाने वाला है। वर्ष 2017 के मुकाबले इस वर्ष के पुलिस बजट में 171% की वृद्धि की गई है, जबकि पिछले वर्ष के तुलना में पुलिस बजट में 24% की वृद्धि हुई है।
इस बजट में पुलिस के 200 से ज्यादा बहुमंजिले आवास और कार्यालयों के लिफ्ट, जनरेटर, एसटीपी, डब्ल्यूटीपी के रख-रखाव के लिए प्रतिवर्ष 200 करोड़ के कार्पस फंड की स्थापना हेतु निर्णय लिया गया है। यह निर्णय पूरे भारत के लिए नवीन और अनुकरणीय प्रयोग है, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शिता को प्रदर्शित करता है।
कल्याण के दृष्टिकोण से इस बजट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा पुलिस स्मृति दिवस पर की गई समस्त उद्घोषणाओं जैसे वर्दी भत्ता, परिवार से अलग रहने का भत्ता, कार्पस फंड, शहीद कर्मियों के लिए प्रावधान से व्याप्त विसंगतियों का संशोधन कर बजट का प्रावधान किया गया है। स्पोर्ट फंड में पिछले वर्ष के तुलना में 1428% की वृद्धि की गई है, जिससे खेल-कूद और स्पर्धा की भावना को परिमार्जित और परिष्कृत करने में पर्याप्त सफलता मिलेगी।
नई भर्तियों को देखते हुए स्थापना मद में 2017 के मुकाबले 55% की वृद्धि की गई है, साथ ही साथ यात्रा भत्ता में 255% की वृद्धि और 1,000 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जो पुलिस कर्मियों को राहत प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री योगी की प्राथमिकता उत्कृष्ट प्रशिक्षण रही है। इस बार 60,000 से ज्यादा नए पुलिस प्रशिक्षुओं का 9 माह का प्रशिक्षण एक साथ करने के क्रम में प्रशिक्षण हेतु बजट के प्रावधान को 2017 के मुकाबले 190% तक बढ़ा दिया गया है, जिससे पुलिस प्रशिक्षुओं के लिए बेहतर इंफ्रा और प्रशिक्षक की व्यवस्था करने में सहायता मिलेगी।
इस बजट के प्रावधान पुलिस के ऑपरेशनल सक्षमता को बढ़ाते हैं। पुलिस की मोबिलिटी के लिए बजट में वाहनों क्रय के लिए 2017 के मुकाबले 270% की अभूतपूर्व वृद्धि की गई है। साथ ही साथ पुलिस के अनुरोध को स्वीकार करते हुए क्रय प्रक्रिया का सरलीकरण कर, पिछले वर्ष के तुलना में मटेरियल और सप्लाइज के बजट प्रावधान में 12519% की ऐतिहासिक वृद्धि की गई है, जिससे बुलेट प्रूफ जैकेट, बुलेट प्रूफ हेलमेट, एंटी राइट गियर इत्यादि के क्रय का सरलीकरण होगा।