जम्मू, 15 फरवरी 2025, शनिवार। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को तीन सरकारी कर्मचारियों को आतंकवादियों से कथित संबंधों के कारण बर्खास्त कर दिया। इनमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है, जो वर्तमान में जेल में बंद है।
बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में पुलिस कांस्टेबल फिरदौस अहमद भट, स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक मोहम्मद अशरफ भट और वन विभाग के अर्दली निसार अहमद खान शामिल हैं। इन्हें वर्ष 2000 में नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक मंत्री की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
उपराज्यपाल ने कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों द्वारा जांच के बाद तीनों कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 311 (2) (सी) का इस्तेमाल किया। पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादियों से संबंध रखने के कारण 70 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को उपराज्यपाल द्वारा नौकरी से निकाला गया है।
बर्खास्त पुलिसकर्मी फिरदौस अहमद भट को पिछले साल मई में गिरफ्तार किया गया था। वह जम्मू-कश्मीर पुलिस में इलेक्ट्रॉनिक निगरानी इकाई में एक संवेदनशील पद पर तैनात था, लेकिन उसने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करना शुरू कर दिया था।