वाराणसी, 6 फरवरी 2025, गुरुवार। अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के हाथ उसे पकड़ ही लेते हैं। वाराणसी में पूरे परिवार को खत्म करने वाला भतीजा दिल्ली से अरेस्ट हुआ। आरोपी विशाल गुप्ता उर्फ विक्की 3 महीने से फरार था। पुलिस यूपी समेत 5 राज्यों में दबिश दे रही थी। करीब 28 साल पहले शराब कारोबारी उसके चाचा राजेंद्र गुप्ता ने विक्की के पिता कृष्ण गुप्ता और मां बबीता की हत्या की थी। इसी का बदला लेने के लिए विक्की ने वारदात को अंजाम दिया। आरोपी वेल्लोर यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु से बीटेक की पढ़ाई कर रहा था।
डीसीपी काशी गौरव बंसवाल ने बताया कि आरोपी से भेलूपुर थाने में पूछताछ की जा रही है। वारदात के 60 दिन बाद पुलिस टीम ने आरोपी के घर डुगडुगी बजवाई थी। उस पर एक लाख इनाम था। बता दें, विशाल गुप्ता उर्फ विक्की ने 5 नवंबर 2024 को वाराणसी के भेलूपुर क्षेत्र के भदैनी इलाके में अपने चाचा राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू, बेटी गौरांगी और बेटों नमनेंद्र व सुबेंद्र की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। राजेंद्र का शव रोहनिया थाना क्षेत्र के मीरापुर रामपुर स्थित उसके निर्माणाधीन मकान में मिला था। राजेंद्र की भी गोली मार कर हत्या की गई थी। पड़ताल के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि अपने मां-बाप की हत्या का बदला लेने के लिए विक्की ने पूरे परिवार को खत्म कर डाला। विक्की के मां-बाप की हत्या का आरोप राजेंद्र पर था।
तभी से विशाल उर्फ विक्की फरार चल रहा था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इधर, तमाम प्रयास के बाद पुलिस को विक्की व उसके भाई को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।