नई दिल्ली, 6 फरवरी 2025, गुरुवार। अमेरिका से निर्वासित 104 भारतीयों की वापसी पर परिजनों ने अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने अपने परिजनों को अमेरिका भेजने के लिए भारी-भरकम राशि उधार ली थी, लेकिन अब उन्हें लगता है कि वे कर्ज के बोझ से कभी मुक्त नहीं हो पाएंगे। परिजनों ने आरोप लगाया है कि ट्रैवल एजेंट ने उनके परिजनों को अमेरिका भेजने के लिए अनुचित तरीके अपनाए, जिससे वे अनजान थे। उन्होंने इन एजेंटों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
इस बीच, अमेरिका का एक सैन्य विमान बुधवार दोपहर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा, जिसमें पंजाब सहित विभिन्न राज्यों के 104 अवैध प्रवासी थे। इसमें 33-33 लोग हरियाणा एवं गुजरात के, 30 पंजाब के, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के तथा दो चंडीगढ़ के हैं। पंजाब के जिन 30 लोगों को निर्वासित किया गया है, उनमें छह कपूरथला के, पांच अमृतसर के, चार-चार पटियाला और जालंधर के, दो-दो होशियारपुर, लुधियाना, एसबीएस नगर के और एक-एक गुरदासपुर, तरनतारन, संगरूर, एसएएस नगर और फतेहगढ़ साहिब के हैं।