नई दिल्ली, 3 फरवरी 2025, सोमवार। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आम आदमी पार्टी (आप) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली का मॉडल पूरी तरह विफल हो गया है और यहां की सरकार ने बुनियादी ढांचे के विकास में कमी की है।
नायडू ने आप सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली में “हाफ इंजन वाली सरकार” है और विकास हासिल करने के लिए “डबल इंजन वाली सरकार” की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली को मौसम और राजनीतिक प्रदूषण ने जकड़ रखा है। उन्होंने कहा कि विचारधारा नहीं, बल्कि प्रदर्शन और बेहतर जीवन स्तर प्रासंगिक होते जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब लोगों को सोचना होगा कि क्या वे हमेशा झुग्गियों में रहना चाहते हैं।
नायडू ने धन सृजन के बिना कल्याणकारी राजनीति की स्थिरता पर भी सवाल उठाया और कहा कि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय बहस की जरूरत है। उन्होंने कहा, “धन सृजन किए बिना किसी नेता को धन वितरित करने का क्या अधिकार है?”
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पहले करियर बनाने का केंद्र हुआ करती थी, लेकिन अब लोग आजीविका और अवसरों के लिए दिल्ली से अन्य स्थानों पर जा रहे हैं। तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली और पंजाब सरकारों की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि पिछले दशक में दिल्ली में बुनियादी ढांचे के विकास में कमी आई है और पानी की गुणवत्ता से जुड़ी समस्याएं बनी हुई हैं।
नायडू ने दावा किया है कि अमृत और जल जीवन मिशन जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के बावजूद दिल्ली के निवासी पीने के पानी और नाले के पानी में अंतर नहीं कर पाते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि पिछले 10 वर्षों में दिल्ली में कोई बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना नहीं आई है। नायडू ने दिल्ली की शराब नीति को भ्रष्टाचार के अन्य मामलों की तुलना में “सबसे बुरा घोटाला” करार दिया है। उन्होंने विकास-केंद्रित दृष्टिकोण की वकालत की है और गरीबी दूर करने के लिए अपना “पी4” मॉडल प्रस्तावित किया है, जिसमें सार्वजनिक, निजी और लोगों की भागीदारी शामिल है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है और 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने के दृष्टिकोण का समर्थन किया है। नायडू ने कहा है कि उनकी पार्टी बजट 2025 का पूरा समर्थन करती है क्योंकि इसका लक्ष्य 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करना है।