वाराणसी, 30 जनवरी 2025, गुरुवार। मौनी अमावस्या के महापर्व पर बीतने के बाद भी लाखों श्रद्धालु पवित्र गंगा में पुण्य की मौन डुबकी लगाने के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के लिए अनवरत उमड़ रहे है। गंगा तट से लगायत दशाश्वमेध, गोदौलिया, बांसफाटक, चौक, बुलानाला इलाके में श्रद्धालुओं का सैलाब दिख रहा है। जिला प्रशासन की देखरेख में कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं को कतारबद्ध कराकर बैरिकेडिंग से मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन के लिए प्रवेश दिया जा रहा है।
मंदिर न्यास ने भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देख धाम में विशेष व्यवस्था की है। इसमें मंदिर परिसर में अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती, स्वास्थ्य सुविधाएं और स्वच्छता व्यवस्था के लिए अतिरिक्त प्रबंध किए गए हैं। दर्शनार्थियों की सुगमता के लिए विशेष मार्ग दर्शन एवं लाइन व्यवस्था भी बनाई गई है। जिससे दर्शन के लिए सहज एवं सुरक्षित व्यवस्था रहे।
बता दें, महाकुंभ स्नान के बाद श्रद्धालु काशी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। वाराणसी में इस समय 20 लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद हैं। ट्रेनों के निरस्त होने के कारण पांच लाख से अधिक यात्री फंस गए हैं। ढाई लाख से अधिक लोगों ने यात्रा टाल दी है। दिल्ली, आगरा वंदे भारत समेत 26 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। इस वक्त कैंट रेलवे स्टेशन पर ढाई लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा लोगों को होल्डिंग एरिया में रोका गया है।
गुरुवार सुबह से काशी के दशाश्वमेध, अस्सी, राजघाट, केदार घाट समेत दर्जनों घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ पैदल ही बाबा विश्वनाथ के धाम पहुंच रही हैं। गोदौलिया से विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट से गंगा द्वार और चौक से विश्वनाथ मंदिर तक करीब 5 किमी लंबी लाइन लगी हुई है। काशी विश्वनाथ धाम में बुधवार रात 1 बजे तक बाबा का दर्शन जारी रहा। प्रशासन के मुताबिक पट बंद होने तक करीब 5.50 लाख भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया। बाबा काशी विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए भक्तों ने 12 से 14 घंटे तक का इंतजार किया।
मैदागिन मार्ग से ओने वाले श्रद्धालु नीचीबाग से ही कतार में लगकर धाम के गेट नं. 04 से प्रवेश दिया गया। वहीं गंगा द्वार से प्रवेश के लिए भक्तों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट से ही लाइन में लगना पड़ा। गोदौलिया चौराहे से आने वाले भक्तों को सीधे मंदिर की ओर प्रवेश नहीं मिलने पर दशाश्वमेध पुलिस चौकी से ही जिग जैग लाइन में गुजरना गुज पड़ा। लम्बे इंतजार के बाद बाबा का दर्शन पा सके। तीर्थयात्रियों की भीड़ के कारण सोमवार से मंदिर रात 01 बजे तक खोला जा रहा है। मंगलवार तक 63 लाख 86 हजार 183 भक्तों ने बाबा का दर्शन किया। वहीं पिछले 48 घंटे में ही 30 लाख श्रद्धालुओं का जत्था वाराणसी पहुंचा।