वाराणसी, 30 जनवरी 2025, गुरुवार। वाराणसी में इंडी गठबंधन के नेताओं ने गुरुवार को एक बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें वे पीएम के संसदीय कार्यालय तक मार्च करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिससे हंगामा हो गया। कांग्रेस और सपा नेता पीएम के संसदीय कार्यालय जाने की जिद पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान धक्का-मुक्की और रस्साकशी हुई, और काफी देर तक तनाव बना रहा।
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस समेत समूचा इंडी गठबंधन विपक्ष की भूमिका में सक्रिय है। वीवीआईपी शहर के नाम पर काशीवासियों की सुनवाई नहीं हो रही है। यूपी और दिल्ली की सरकार के दौर में बनारस में अधिकारियों की मनमानी आम जनता के लिए परेशानी बन गई है। दहशत बनाकर लोकतांत्रिक आवाजों को कुचला जा रहा है।
गुरुवार को रविन्द्रपुरी के पदमश्री चौराहा स्थित बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति के पास जनसभा शुरू हुई। सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहब को माल्यार्पण किया गया। इसके बाद सरकार के कामों पर सवाल उठाए। कुछ देर में प्रधानमंत्री कार्यालय तक मार्च निकाला। सबसे पहले आंबेडकर पार्क में इंडी गठबंधन की प्रतिरोध सभा में देश के लोकतंत्र और संविधान के समर्थन में इंडी नेताओं ने बीजेपी सरकार को आईना दिखाया।
बाद में कांग्रेस नेताओं ने एसीपी भेलूपुर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने जनसमस्याएं, मूलभूत सुविधाएं और विकास के नाम पर आमजन के उत्पीड़न की कहानी सुनाई। यह प्रदर्शन प्रदेश और केंद्र सरकारों के खिलाफ सवालों को उठाने के लिए किया गया था, लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने ज्ञापन लेकर सभी प्रदर्शनकारियों को भेज दिया।