महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले प्रयागराज के संगम क्षेत्र में मंगलवार रात भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना की समीक्षा की और तत्काल सहायताiउपाय करने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने एक घंटे के अंदर ही दो बार सीएम योगी से बातचीत कर हालात का जायजा लिया।वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से बातचीत की और हर मुमकिन मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि केंद्र सरकार की तरफ से सभी स्वास्थ्य सेवाओं की मदद की जाएगी।
कैसे मची भगदड़?
मौनी अमावस्या के मौके पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ बढ़ गई थी। भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोग सो रहे श्रद्धालुओं पर बैरिकेडिंग तोड़कर चढ़ गए। घटना और लगातार भीड़ बढ़ने के बाद, प्रशासन ने आंकड़ों से अपने अनुष्ठान स्नान को अस्थायी रूप से स्थगित करने का अनुरोध किया।
सीएम योगी ने अखाड़ों से बातचीत
अमृत स्नान न करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अखाड़ों से बात की। इससे अखाड़ों ने अमृत स्नान टाल दिया। सुबह पांच बजे श्री महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा को अमृत स्नान करना था। इसके बाद निरंजनी और आनंद अखाड़ा स्नान करते। फिर जूना, अग्नि, आवाहन और किन्नर अखाड़ा के स्नान का समय था। इनके बाद वैष्णव संप्रदाय के दिगंबर अनी, निर्मोही अनी और निर्वाणी अनी स्नान करते। अंत में निर्मल अखाड़ा को अमृत स्नान करना था।