लखनऊ, 23 जनवरी 2025, गुरुवार। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के लोगों को एक बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने विंध्य एक्सप्रेस वे का निर्माण करने का फैसला किया है, जो प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस वे 320 किलोमीटर लंबा होगा और इसके निर्माण से इन जिलों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। महाकुंभ में हुई यूपी कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली है।
इसके अलावा, सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को विस्तार देने का भी फैसला किया है, जिससे काशी को जोड़ा जाएगा। विंध्य एक्सप्रेस वे को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से लिंक एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में कनेक्टिविटी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए विकास कार्य चल रहा है। इसके साथ ही पश्चिमांचल, मध्यांचल, पूर्वांचल और बुंदेलखंड के लोगों के लिए एक्सप्रेस-वे बन रहा है।
उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार: विंध्य एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण से नए युग की शुरुआत
विंध्य एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड की कनेक्टिविटी में सुधार होगा। विंध्य लिंक एक्सप्रेस वे चंदौली से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के अंतिम छोर गाजीपुर तक पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस वे को जोड़ेगा। इसके अलावा, योगी कैबिनेट ने प्रयागराज में शास्त्री ब्रिज और यमुना पर सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बनाने का फैसला किया है। प्रयागराज-चित्रकूट डेवलपमेंट और वाराणसी-विंध्य डेवलपमेंट जोन के रूप में घोषित किया गया है। गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर पहले भी साल 2019 में हुए अर्ध कुंभ मेले की कैबिनेट मीटिंग में मोहर लगी थी। यह परियोजना उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रदेश वासियों को मिली ये भी सौगात
कैबिनेट की बैठक में युवाओं को टैबलैट बांटने के लिए भी स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा प्रदेश में 3 नए मेडिकल कॉलेज और 62 आईटीआई कॉलेज बनाने को लेकर भी सहमति बनी है।