वाराणसी, 23 जनवरी 2025, गुरुवार। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस) के पहले बैच को 27 जनवरी को एम्स दिल्ली में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस बैच में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, नेफ्रोलॉजी और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के चार-चार रेजिडेंट और एक फैकल्टी शामिल होंगे।
फैकल्टी एक महीने और रेजीडेंट 15 दिन प्रशिक्षण लेंगे। इनके नाम पहले ही एम्स और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दिए गए हैं। पहले बैच का प्रशिक्षण 27 फरवरी को खत्म होगा और इसके बाद इन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा।
इसके अलावा, आईएमएस बीएचयू का करीब 1500 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट का प्रस्ताव भी तैयार हुआ है। हालांकि, अभी इस पर बीएचयू के कार्यवाहक कुलपति प्रो. संजय कुमार और आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार की सहमति बाकी है। ऐसे में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय को यह भेजा जाएगा।
आईएमएस बीएचयू को मिलेगा 1000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट, मरीजों को होगा बड़ा फायदा
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस) का बजट लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2018-19 में आईएमएस का बजट 175 करोड़ रुपये था, जो 2022-23 में बढ़कर 341 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
इसके बाद 2023-24 में आईएमएस को 350 करोड़ रुपये का बजट मिला, लेकिन 2024-25 में यह घटकर 225 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, अब स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन वित्तीय प्रभाग होने के बाद आईएमएस को एक हजार करोड़ रुपये से अधिक सालाना बजट मिलने की उम्मीद है, जिसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा।