नई दिल्ली, 18 जनवरी 2025, शनिवार। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में तेजी आ रही है! केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई में बुलेट ट्रेन के काम का निरीक्षण किया और बताया कि परियोजना की प्रगति काफी अच्छी है। इस परियोजना में समुद्र के अंदर एक सुरंग (टनल) बनाई जा रही है, जहां बुलेट ट्रेन 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की कुल लंबाई 508.09 किलोमीटर है और इसका उद्देश्य दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को 6 घंटे 35 मिनट से घटाकर 1 घंटा 58 मिनट करना है। गुजरात में बुलेट ट्रेन का ट्रायल 2026 में सूरत-बिलिमोरा के बीच संभावित है। यह परियोजना जापान सरकार की सहायता से नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHRCL) द्वारा 1.1 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कार्यान्वित की जा रही है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन की रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा होगी!
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई में बुलेट ट्रेन के काम का निरीक्षण किया और बताया कि यह देश की पहली समुद्र के अंदर वाली पहली टनल होगी। उन्होंने कहा कि टनल में बुलेट ट्रेन दोनों ट्रैक पर एक साथ 250 की स्पीड पर चलेगी। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि सुरंग में एक बुलेट ट्रेन के होने पर वह और भी अधिक गति से चल सकती है। रेल मंत्री ने यह भी कहा कि इसके निर्माण के दौरान बहुत सावधानी पूर्वक काम चल रहा है।
महाराष्ट्र में बन रही है भारत की पहली समुद्री सुरंग!
बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए महाराष्ट्र में एक बड़ी सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। यह सुरंग 21 किलोमीटर लंबी होगी और इसमें भारत की पहली 7 किलोमीटर लंबी समुद्र के नीचे सुरंग शामिल है। इस सुरंग का निर्माण मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और महाराष्ट्र के शिलफाटा के बीच किया जा रहा है। इसमें से 16 किलोमीटर की सुरंग टनल बोरिंग मशीनों के माध्यम से बनाई जा रही है, जबकि शेष 5 किलोमीटर एनएटीएम के माध्यम से बनाई जा रही है। इस सुरंग की सबसे खास बात यह है कि इसमें ठाणे क्रीक पर 7 किलोमीटर की समुद्र के नीचे सुरंग बनाई जा रही है, जो भारत की पहली समुद्री सुरंग होगी।
बुलेट ट्रेन परियोजना में बड़ी उपलब्धि! एडीआईटी सुरंग का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ!
बुलेट ट्रेन परियोजना में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है! 394 मीटर लंबी एडीआईटी सुरंग मई 2024 में रिकॉर्ड समय में पूरी हो गई है, जिससे शिलफाटा में उत्खनन कार्य के लिए दो अतिरिक्त एनएटीएम फेस की सुविधा मिल गई है। इस अतिरिक्त पहुंच के कारण, 1,111 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जिसमें बीकेसी/एन1टीएम की ओर 622 मीटर और अहमदाबाद/एन2टीएम की ओर 489 मीटर शामिल हैं। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति को दर्शाता है।
बुलेट ट्रेन परियोजना में सुरंग निर्माण की रफ्तार बढ़ी! 77,000 खंडों को ढालकर बनाई जाएंगी 7,700 रिंग!
बुलेट ट्रेन परियोजना में सुरंग निर्माण के लिए एक विशेष कास्टिंग यार्ड महापे में स्थापित किया गया है। इस यार्ड में 16 किलोमीटर टीबीएम हिस्से के लिए सुरंग लाइनिंग की ढलाई की जा रही है। इस प्रक्रिया में 77,000 खंडों को ढाला जाएगा, जिससे 7,700 रिंग बनाई जाएंगी। इन रिंगों को विशेष रूप से सुरंग की लाइनिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें प्रत्येक रिंग में नौ घुमावदार खंड और एक प्रमुख खंड शामिल हैं। प्रत्येक खंड 2 मीटर चौड़ा और 0.5 मीटर (500 मिमी) मोटा है।