चंदौली, 10 जनवरी 2025, शुक्रवार। चंदौली के डीडीयू नगर में रहने वाले 78 वर्षीय हीरालाल गुप्ता ने अपनी मृत्यु के बाद भी समाज के लिए एक अमूल्य उपहार छोड़ा। उन्होंने अपनी आंखें दान कर दो, जिससे दो जरूरतमंद लोगों को रोशनी मिलेगी।
हीरालाल गुप्ता ने अपने जीवनकाल में नेत्रदान का संकल्प लिया था, जो उन्हें उनके पड़ोसी स्वर्गीय डॉ. सुरेश गर्ग से मिली थी। उन्होंने अपने निधन के बाद नेत्रदान कर समाज को नई दिशा दी थी।
हीरालाल गुप्ता के पुत्र अनूप गुप्ता ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए मरणोपरांत उनका नेत्रदान कर दिया। अनूप गुप्ता ने कहा, “मेरे पिता जी मरने के बाद भी अपनी आंखों से इस दुनिया को देख पाएंगे। नेत्रदान से बड़ा कोई दान नहीं है।”
इस नेक कार्य को अंजाम देने वाले विकास गर्ग ने बताया कि यह उनका और उनकी टीम का 228वां नेत्रदान है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि नेत्रदान के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों की जिंदगी को रोशन किया जा सके। नेत्रदान जैसे कार्य से हम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।”
हीरालाल गुप्ता का यह योगदान न केवल उनकी स्मृतियों को अमर करेगा, बल्कि जरूरतमंदों की अंधेरी दुनिया को प्रकाश से भर देगा। नेत्रदान जैसे कार्य न केवल दिवंगत आत्मा को अमर बनाते हैं, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी दर्शाते हैं।