वाराणसी, 10 जनवरी 2025, शुक्रवार। लखनऊ में एचएमपीवी के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईएमएस बीएचयू में अलर्ट जारी किया गया है। अस्पताल प्रशासन ने एचएमपीवी से निपटने के लिए विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं। आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें एचएमपीवी से निपटने के लिए विभिन्न विभागों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। बैठक में तय किया गया है कि अस्पताल में 20 बेड का अलग वार्ड बनाया जाएगा, जिसे जरूरत पड़ने पर बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, अस्पताल में जरूरत पड़ने पर मरीजों के सैंपल लेने, जांच करने, और इलाज की व्यवस्था की जाएगी।
आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने बताया कि अस्पताल में एचएमपीवी से निपटने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जगह चिह्नित करने को भी कहा गया है, जहां एचएमपीवी के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इस बीच, आईएमएस बीएचयू के बाल रोग विभाग, मेडिसिन विभाग, नेफ्रोलॉजी, टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट, हृदय रोग विभाग सहित अन्य विभागों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। वायरस को लेकर जांच, इलाज, भर्ती सहित अन्य व्यवस्थाओं के समन्वय के लिए चिकित्सा अधीक्षक नोडल अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगे।
एचएमपीवी वायरस: कोरोना से कम खतरनाक, जानें क्या है बचाव के तरीके
आईएमएस बीएचयू के माइक्रोबायोलोजी विभाग के प्रो. गोपालनाथ ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) कोरोना वायरस की तुलना में कम खतरनाक है। उनका मानना है कि यह वायरस भारत में पहले से ही मौजूद है और इसका आकार कोरोना से बड़ा होने के बावजूद, यह कम खतरनाक है। प्रो. गोपालनाथ ने बताया कि एचएमपीवी वायरस का आकार 130 नैनो मीटर है, जबकि कोरोना वायरस का आकार 90 नैनो मीटर है। उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए, जैसे कि मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, और हाथों को नियमित रूप से धोना।
एचएमपीवी वायरस के लक्षणों को हल्के में न लें: जानें क्या हैं इसके खतरनाक संकेत
आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति को सर्दी जुकाम, नाक बहना, बुखार आना, सांस लेने में परेशानी, खांसी बंद न होना, फेफड़ों में संक्रमण और निमोनिया जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें तुरंत जांच करानी चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इन लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि ये एचएमपीवी वायरस के संक्रमण के संकेत हो सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपनी सेहत का ध्यान रखें और किसी भी अनियमितता को नजरअंदाज न करें।