प्रयागराज, 31 दिसंबर 2024, मंगलवार। महाकुंभ की शुरुआत जल्द ही होने वाली है, और इसके लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। लेकिन खुफिया एजेंसियों को एक चिंताजनक इनपुट मिला है कि महाकुंभ में खलल डालने की साजिश हो रही है। सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक, महाकुंभ में संन्यासी के भेष में खलल डालने वाले की एंट्री हो सकती है। पुलिस को खबर मिली है कि आपराधिक तत्व सुरक्षा में सेंध की फिराक में हैं। इस स्थिति में, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और महाकुंभ की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
महाकुंभ में आतंकी साजिश: साधु-संतों के भेष में बड़ा खतरा!
महाकुंभ, सनातन का सबसे बड़ा मेला, साधु-संतों के बिना अधूरा है। लेकिन अब आतंकी इन्हीं के भेष में बड़ी साजिश रच रहे हैं। खालिस्तानी और आतंकी संगठन महाकुंभ में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं। आतंकियों ने अघोरियों के भेष में आने का रास्ता चुना है। पुलिस को इनपुट मिले हैं कि साधु, संत, अघोरी की आड़ में खलल डालने की कोशिश की जा रही है। महाकुंभ की सुरक्षा में लगे पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
महाकुंभ में सुरक्षा कड़ी
महाकुंभ को लेकर अलग-अलग जगह से धमकियां मिल रही हैं, जिनमें आतंकी पन्नू और असामाजिक तत्व शामिल हैं। प्रयागराज महाकुंभ में देश भर से लाखों साधु-संत आने वाले हैं, और कई अखाड़ों का छावनी प्रवेश भी हो चुका है। अखाड़ों और संतों के लिए बेहतरीन इंतज़ाम किए गए हैं, और पुलिस का पहरा कड़ा है। चप्पे चप्पे पर निगरानी है, और हर आने जाने वालों की जांच की जा रही है। जल, थल, नभ से पुलिस की नज़र है, लेकिन इसके बावजूद आतंकियों ने साधु-संत के भेष में महाकुंभ में एंट्री का प्लान बनाया है।
एआई कैमरे, ड्रोन और 50,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात!
महाकुंभ में आतंकियों के प्लान को फेल करने के लिए योगी सरकार ने पूरी तरह से तैयारी कर ली है। यहाँ महाकुंभ में सुरक्षा के लिए दुनिया की सबसे आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें एआई कैमरे, ड्रोन और अन्य अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण शामिल हैं। महाकुंभ में सुरक्षा के लिए 50,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो साधुओं से लेकर श्रद्धालुओं तक की सुरक्षा के लिए मुस्तैद हैं। महाकुंभ में सुरक्षा का ऐसा घेरा लगाया गया है कि आतंकी किसी भी भेष में आए, उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाएंगे। इन इंतजामों से यह साफ है कि योगी सरकार ने महाकुंभ में सुरक्षा के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी है।
सुरक्षा एजेंसियों ने कस ली है कमर: 156 चौकियां और ड्रोन से निगरानी!
महाकुंभ में आतंकियों की किसी भी तरह की गतिविधि पर रोक लगाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने कमर कस ली है। इसके लिए 156 चौकियां लगाई गई हैं, जहां पर प्रयागराज के एंट्री प्वाइंट्स पर आईडी चेक के बाद ही एंट्री दी जा रही है। सुरक्षा के मद्देनज़र आसमान से भी नज़र रखी जा रही है। प्रयागराज के सभी घाटों और आसपास के इलाकों में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा, महाकुंभ में पहली बार स्नाइपर्स के जवानों की तैनाती की गई है, जो आतंकियों से निपटने के लिए मेला क्षेत्र में तैनात हैं। ये स्नाइपर्स किला, संगम नोज और अरेल घाट के पास रहेंगे। आतंकियों के इस प्लान को लेकर संतों ने भी पुलिस से सख्ती से चेकिंग की मांग की है और साधुओं को भी अपना आधार कार्ड दिखाने को कहा है। इस तरह, महाकुंभ में सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं ताकि यह आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।
आतंकी हमले की आशंका पर सुरक्षा एजेंसियों ने बढ़ाया सुरक्षा कवच!
महाकुंभ में सुरक्षा के मद्देनज़र संतों ने एक महत्वपूर्ण बात कही है कि पहले भी कई बार आतंकियों ने संतों के भेष का इस्तेमाल कर साजिशें रची हैं। लेकिन इस बार सुरक्षा के इंतजाम इतने कड़े हैं कि आतंकी कितनी भी प्लानिंग कर लें, उन्हें कामयाबी नहीं मिलेगी। महाकुंभ में सुरक्षा का घेरा इतना मजबूत है कि एआई से लेकर ड्रोन तक की मदद से आतंकियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। ऐसे में आतंकी चाहे जितनी भी प्लानिंग कर लें, वे कभी भी कामयाब नहीं हो पाएंगे। वहीं, महाकुंभ में अखाड़ों की धर्म ध्वजा लगातार स्थापित की जा रही है, जो इस आयोजन की महत्ता को दर्शाती है।