उत्तर प्रदेश के चंदौली से तस्वीर सामने आई है। जिसने एक बार फिर से पुलिस विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिनके कंधों पर बाल श्रम पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी है, वहीं इसे बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। इसकी बानगी शनिवार को बलुआ तिराहा पुलिस पिकेट पर देखने को मिली। एक नाबालिग बच्ची भिक्षाटन करते हुए पिकेट पर पहुंच गई।
पिकेट में मौजूद हेड कांस्टेबल से उसने कुछ पैसों की मांग की। इस पर पुलिसकर्मी बच्ची को डांटने लगा। इतना ही बच्ची से उसने पुलिस पिकेट बूथ में झाडू लगवाया। पुलिस का यह रूप देखकर राहगीर तरह-तरह की चर्चा करते रहे। बलुआ इंस्पेक्टर डा. आशीष मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई होगी।
डीएम व एसपी ने दे रखी है हिदायत, सो रही पुलिस
वहीं चंदौली जिले में विकासखंड नौगढ़ में लघु सिंचाई विभाग के ठेकेदारों द्वारा अप्रशिक्षित व अनभिज्ञ लोगों से कूप ब्लास्टिंग का काम कराया जा रहा है। यह काम दिनदहाड़े व बिना किसी सुरक्षा उपाय के किया जा रहा है, जिससे न केवल कार्य में लगे लोग बल्कि आस-पास के नागरिकों की जान व संपत्ति भी खतरे में है। ठेकेदार अवैध ढंग से बारूद लगाकर ब्लास्टिंग कर रहे हैं। इतना ही नहीं सब कुछ जानते हुए भी पुलिस मौन है।
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे व पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने कूप ब्लास्टिंग के लिए केवल अनुभवी व प्रशिक्षित व्यक्तियों को काम पर लगाने का स्पष्ट निर्देश दिया है, लेकिन इसके बावजूद ठेकेदार व संबंधित अधिकारी इन निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।