संभल, 26 दिसंबर 2024, गुरुवार। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक नए कूप की खोज हुई है, जिसे मृत्यु कूप यानी कि मुत्यु कुआं भी कहा जाता है। यह कूप मृत्यंजय महादेव मंदिर के पास स्थित है और संभल के 19 कूपों से एक माना जाता है।
इस कूप की खोज के साथ ही, संभल में लगातार कुएं और बावड़ियों के मिलने का सिलसिला जारी है। इससे पहले, संभल में स्थित फिरोज किला में भी बावड़ी और कूप मिला था।
जिले के डीएम ने बताया कि यहां एक जागृत कूप मिला है और राजपूत बावड़ी मिली है। इसके अलावा, चंदौसी के लक्ष्मणगंज में भी एक सदियों पुरानी बावड़ी मिली है, जिसकी खुदाई पिछले पांच दिन से चल रही है।
इस बावड़ी में कुल दो तल हैं और इसके अंदर कमरे, दरवाजे और सीढ़ियां मिली हैं। संभल में सबसे पहले प्राचीन शिव मंदिर मिला, जिसमें लंबे समय से पूजा-अर्चना बंद थी। हालांकि मंदिर के मिलने के बाद उसकी साफ-सफाई करवाई गई और फिर पूजा-अर्चना शुरू हुई।
इसके बाद मंदिर के पास ही दो कुएं भी मिले, जिसमें से कई खंडित मूर्तियां मिलीं। इसके अलावा, जिले के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में राधा-कृष्ण का मंदिर मिला, जिसमें अब पूजा-अर्चना की जा रही है।
संभल में कुल 19 कूप बताए जाते हैं। दरअसल, 1978 में हुए दंगे के बाद यहां से हिंदुओं में पलायन शुरू हो गया था और इसके चलते मंदिर खंडहर हो गए और कुओं को ढक दिया गया।