महाकुम्भ नगर, उत्तर प्रदेश में संगम के तट पर 13 जनवरी से शुरू होकर 45 दिनों तक चलने वाले महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के साथ ही बड़ी संख्या में वीआईपी और वीवीआईपी अतिथि भी आएंगे । इसको देखते हुए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने विशेष प्रबंध किए हैं।
24 घंटे कार्यरत रहेगा प्रोटोकॉल कंट्रोल रूम
मेला प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार महाकुम्भ के दौरान देश-विदेश के तीर्थयात्री, पर्यटक, विशिष्ट एवं अतिविशिष्ट महानुभावों के अलावा उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के न्यायमूर्तिगण का आगमन होगा। मेला क्षेत्र मे विशिष्ट/अतिविशिष्ट महानुभावों के आगमन के दौरान सुविधा के लिए 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसमें अधिकारी/कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। मेले में आने वाले महानुभावों की प्रोटोकाल व्यवस्था के लिए शासन स्तर से 03 अपर जिलाधिकारी, 03 उप जिलाधिकारी, 03 नायब तहसीलदार एवं 04 लेखपाल तैनात किए गए है। इसके साथ ही, सभी 25 सेक्टरों मे डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप मे तैनात हैं, जो अपने अपने सेक्टर मे प्रोटोकाल की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
250 टेंट क्षमता के पांच सर्किट हाउस होंगे मेला में
विशिष्ट/अतिविशिष्ट महानुभावों की प्रोटोकाल व्यवस्था के तहत महाकुम्भ-2025 के दौरान 50 टूरिस्ट गाइड एवं अन्य सहायक स्टाफ की तैनाती भी सुनिश्चित की जा रही है। मेले में आने वाले महानुभावों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मेला क्षेत्र में 05 स्थलों पर 250 टेंट की क्षमता के सर्किट हाउस की व्यवस्था की गई है। मेले में आने वाले विशिष्ट / अतिविशिष्ट महानुभावों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश के निर्देशन में पर्यटन विकास निगम द्वारा 110 काटेज की टेंट सिटी एवं सेवा प्रदाताओं के माध्यम से 2200 काटेज की टेंट सिटी विकसित की जा रही है, जिसकी बुकिंग प्रयागराज मेला प्राधिकरण की वेबसाइट के माध्यम से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त, स्नान के लिए घाट तैयार करने के अलावा नदी में जेटी एवं मोटर वोट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मेला क्षेत्र में केन्द्र सरकार के कुल 15 विभागों द्वारा अपने कैम्प निर्मित किए गए हैं, जिनमें विभागीय अधिकारियों के लिए उनके आगमन पर काटेज की व्यवस्था की गई है। इसी तरह, मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के कुल 21 विभागों द्वारा अपने कैम्प निर्मित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, जिला प्रशासन प्रयागराज के अधीन उपलब्ध 21 अतिथि गृहों में कुल 314 कक्ष वीआईपी/ वीवीआईपी के रहने के लिए कक्षों की व्यवस्था की गई है।