मॉस्को, 20 दिसंबर 2024, शुक्रवार। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह यूक्रेन युद्ध पर निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से समझौता करने को तैयार हैं। पुतिन ने कहा है कि युद्ध खत्म करने के लिए दोनों ही पक्षों (रूस और यूक्रेन) को समझौता करना होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी ओर से इस वार्ता के लिए कोई शर्त नहीं है। यह बयान पुतिन के वार्षिक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में आया है, जिसमें उन्होंने सरकारी टेलीविजन पर मीडिया और आमजनों के सवालों के जवाब दिए। पुतिन ने इस बात से भी इन्कार किया है कि रूस इस समय कमजोर स्थिति में है। यह बयान यूक्रेन युद्ध के लगभग 34 महीने बाद आया है।
पुतिन का बड़ा बयान: रूस यूक्रेन युद्ध में मजबूत, वार्ता के लिए तैयार!
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस इस समय 2022 से ज्यादा मजबूत स्थिति में है, जब यूक्रेन पर कार्रवाई शुरू की गई थी। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में रूसी सेना आगे बढ़ रही है, इसके बावजूद वह वार्ता और समझौते के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन में लड़ाई जटिल है, लेकिन रूस इसका समाधान निकालने के लिए तैयार है।
इसके अलावा, पुतिन ने सीरिया में रूसी सैन्य अड्डों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि इस बारे में सीरिया के नए शासकों को प्रस्ताव दिया गया है। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस के ज्यादातर लोग चाहते हैं कि सीरिया में दोनों सैन्य अड्डे बने रहें। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में पुतिन ने कहा कि सीरिया में 2012 में अपहृत हुए अमेरिकी पत्रकार ऑस्टिन टाइस के विषय में वह सीरिया के नए शासकों और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद से बात करेंगे। टाइस के परिवार ने पत्र लिखकर पुतिन से इस बारे में मदद मांगी है।
पुतिन का बड़ा दावा: ओर्शेनिक हाइपरसोनिक मिसाइल को नहीं रोक सकते पश्चिमी देश!
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ओर्शेनिक हाइपरसोनिक मिसाइल की अजेयता पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इस मिसाइल का परीक्षण यूक्रेन के सैन्य कारखाने पर हमला करके किया गया था, जिसमें यह मिसाइल सभी डिफेंस सिस्टमों को विफल करते हुए सटीक निशाने पर लगी थी। पुतिन ने यह भी कहा है कि इस मिसाइल का जल्द ही यूक्रेन में एक और परीक्षण किया जाएगा, जिससे यह देखा जा सके कि पश्चिमी देशों के मिसाइल सिस्टम क्या इसे रोक पाते हैं या नहीं। यह बयान रूस की सैन्य क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।