राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच पानी का 20 साल पुराना झगड़ा खत्म ,ईआरसीपी प्रयोजना से दोनों राज्यों को मिलेगा लाभ
नई दिल्ली, 18 दिसंबर 2024, बुधवार। राजस्थान के लिए मंगलवार का दिन ऐतिहासिक रहा। मौका भजनलाल सरकार के सालगिरह का था और राजस्थान को करोड़ों की परियोजनाओं का सौगात देने के लिए पीएम मोदी जयपुर में थे। मंच पर जल परिवहन मंत्री सी आर पाटिल के साथ साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी थे। दरअसल, राजस्थान की पानी की समस्या के समाधान के लिए मध्यप्रदेश ने अपना हाथ बाध्य है। कहते हैं मध्यप्रदेश की धरती नदियों का मायका है। लगभग सभी बड़ी नदियों की धारा का बहाव मध्यप्रदेश की धरा से होता है । इस बात का ज़िक्र मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी अपने जयपुर के दादिया में ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ कार्यक्रम किया और भजनलाल सरकार की सफल एक साल पूरा होने पर बधाई दी और पीएम मोदी को ईआरसीपी परियोजना के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश वैसे तो संसाधनों से प्रचुर है लेकिन चंबल का क्षेत्र कहीं न कहीं सूना रहा है ऐसे में इस परियोजना से दिनों राज्यों को लाभ मिलेगा।
वैसे इस दोनों राज्यों के बीच इस परियोजना को लेकर एमओयू साइन हो चुका था लेकिन इसके सफल सुचारू कार्यान्वयन जिससे राजस्थान के 21 जिलों के पानी की समस्या का समाधान हुआ है। इस परियोजना के साथ ही तकरीबन दो राज्यों के बीच 20 साल पुराना झगडा खत्म हुआ है।
PKC-ERCP में कई प्रमुख नदियां शामिल हैं. जैसे चंबल और इसकी सहायक नदियां पार्वती, कालीसिंध, कुनो, बनास, बाणगंगा, रूपरेल, गंभीरी और मेज शामिल हैं। नवनेरा बैराज से पानी गलवा बांध तक लाया जाएगा। यहां दो हिस्सों में ईसरदा बांध और बीसलपुर बांध तक पानी पहुंचेगा। नवनेरा से चंबल नदी पर जल सेतु बनाकर पानी मेज नदी तक आएगा। यहां से पंपिंग कर पहले बने गलवा बांध तक जाएगा। गलवा से 31 किलोमीटर दूर ईसरदा तक पानी पहुंचेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बैराज का भी शिलान्यास करेंगे। कूल नदी पर रामगढ़ बैराज और पार्वती नदी पर महलपुर बैराज का निर्माण होगा।
भजनलाल सरकार का एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राजस्थान आए और वे यहां करीब 3 घंटे रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने बिजली, पानी, सड़क और रेलवे से जुड़ी 46300 करोड़ रुपये से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। लेकिन मंगलवार के कार्यक्रम में जो परियोजना राजस्थान की जनता को सबसे ज़्यादा ख़ुशी दे रही थी वो था पार्वती-कालीसिंध-चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (PKC-ERCP)। इस परियोजना से राजस्थान के 21 जिलों में दशकों से बने जल संकट का समाधान हुआ है। पीएम ने कहा कि उनके लिए पानी पारस है और वो पानी की कमी के दुख को समझते हैं। लेकिन इस परियोजना के शुरुआत के साथ ही अब राजस्थान के लोगों को पीने के लिए या फिर फसलों की सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होगी।