नई दिल्ली, 17 दिसंबर 2024, मंगलवार। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से 12 दिसंबर को मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने एक वीडियो साझा किया, जिसमें पीड़िता के परिवार का दर्द और उनकी न्याय की मांग को दिखाया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि पीड़िता के परिवार के शब्दों को ध्यान से सुनना और महसूस करना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि दलितों को न्याय मिलना मुश्किल हो गया है और उनकी पार्टी इस परिवार के साथ खड़ी है।
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को अभी भी न्याय का इंतजार, शक्तिशाली लोगों की रक्षा करने वाला सिस्टम बड़ा सवाल
वीडियो में कहा गया, इस मामले में लड़की के परिवार को न्याय का इंतजार है, और यह मामला शक्तिशाली लोगों की रक्षा करने वाले सिस्टम की विफलता को दर्शाता है। बता दें, उत्तर प्रदेश में 19 साल की एक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था। यह घटना 14 सितंबर 2020 को हुई थी, और दो हफ्ते बाद लड़की की मृत्यु हो गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने लड़की के परिवार की सहमति के बिना उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया था, जिसे लेकर कई सवाल उठाए गए थे।
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार की दर्दनाक दास्तान, राहुल गांधी से कहा- सिर्फ आप से ही उम्मीद
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मां ने राहुल गांधी से मुलाकात में अपना दर्द साझा किया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी बेटी के साथ यह घटना नहीं हुई होती, तो वह शादी कर देतीं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने उनके परिवार को नौकरी और घर देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा कि आरोपी अब छूट कर आ गए हैं और गांव में घूम रहे हैं। केवल एक आरोपी को जेल हुई है, जबकि बाकी तीन को बरी कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि साल 2022 में कोर्ट ने घर और नौकरी देने का आदेश दिया था, लेकिन वह भी नहीं मिला। परिवार ने राहुल गांधी से कहा कि उन्हें सिर्फ उनसे ही उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि एससी जाति के लोगों के लिए तो कोई उम्मीद ही नहीं है।
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार का आरोप: मुख्यमंत्री ने झूठ बोला, हमें न्याय चाहिए
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने मुख्यमंत्री के बयान पर सवाल उठाए हैं। परिवार का कहना है कि मुख्यमंत्री ने एक वीडियो में झूठ बोला है कि परिवार को बॉडी सौंपी गई थी और परिवार की सहमति से बॉडी रात को जलाई गई थी। परिवार ने कहा है कि यह दुनिया ने देखा है और यह झूठ है। पीड़िता की मां ने कहा है कि सरकार को किसी की बॉडी को जलाने का अधिकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सरकार ने उनके परिवार के साथ अन्याय किया है और उन्हें न्याय की उम्मीद है।