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Monday, December 23, 2024

देश राम-कृष्ण की परंपरा से चलेगा, बाबर-औरंगजेब की नहीं: योगी आदित्यनाथ

संभल और बहराइच मुद्दे पर जमकर गरजे सीएम योगी, विधानसभा में विपक्ष को जमकर धोया! आज भी हंगामे के आसार
लखनऊ, 17 दिसंबर 2024, मंगलवार। सोमवार 16 दिसंबर को उत्तरप्रदेश विधानसभा के सत्र की शुरुआत हुई तो इसका आरंभ ही विरोध और हंगामे के साथ हुआ। सपा सहित पूरा विपक्ष सत्र के शुरुआती समय से ही संभल मुद्दे को लेकर योगी सरकार का विरोध कर रहे थे। मंगलवार को संभल मुद्दे पर विरोध को लेकर विधानसभा के घेराव का ऐलान पहले ही कर चुकी है। संभल मुद्दे पर विपक्ष के विरोध को बेबुनियाद बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को खूब गरजते हुए नज़र आए। विपक्ष को जवाब देते हुए सीएम योगी ने इसी साल दुर्गा पूजा के दौरान बहराइच में मस्जिद के सामने हंगामे का भी ज़िक्र किया।
अपने जवाबी अविभाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि संभल में कैसे माहौल खराब किया गया। उन्होंने कहा कि इसका इतिहास 1947 से ही शुरू हो गया था। 1947 ने 1 मौत, 1948 ने 6 लोग, 1958 और 1962 में दंगे हुए, 1976 में 5 मौत हुई, 1978 में 184 हिंदुओ को सामूहिक रूप से हत्या कर जलाया गया, आप इस सच्चाई को स्वीकार क्यों नहीं करते। 1980 में दंगे हुए, 1982 में दंगे हुए, 1986 में 4 लोग मारे गए, 1990-92 में, 1996 में 2 मौत हुई, यह लगातार सिलसिला चलता रहा। 1947 से अबतक 209 हिंदुओं की मौत हुई, इनके लिए किसी से संवेदना के लिए 2 शब्द नही निकले आज तक।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में संभल और बहराइच मामले पर विपक्ष पर हमला करते हुए आगे बोला कि नेता प्रतिपक्ष भले वरिष्ठ सदस्य रहे हैं लेकिन अपनी रुचि और अपने एजेंडे के रूप में ही विपक्ष ने इस मुद्दे को उठाया है । हम भी बुद्ध को मानते हैं, भारत की एक विरासत है, सरकार इसको लेकर लगातार कार्य कर रही है। उपचुनाव के नतीजों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आप अभी तक नहीं समझ रहे हैं कि जैसे ही आपके “खटाखट” की असलियत सामने आई जनता ने आपको सफाचट कह दिया। सीसामऊ में आप बाल-बाल बच गए। कुंदरकी में लोगो को अब अपनी जड़ें पहचानना आ गया है। उनके बयान सुनिए ये डिजिटल जमाना है। इसी तरह जल्दी ही इकबाल महबूब जी को भी अपनी जड़ें याद आ जाएंगी, इनको बाबरनामा जरूर पढ़ना चाहिए।
सीएम योगी ने सपा पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि शफीकुर्रहमान बर्क ने कभी भी खुद को भारत का नागरिक नही माना, वो कहते थे कि मैं बाबर की संतान हूं। लगता है आप भी यही मानते हैं। ये आपको तय करना है कि आप आक्रांताओं को अपना आदर्श मानते हैं, या राम कृष्ण और बुद्ध की परम्परा को अपना आदर्श मानते हैं। भारत में राम कृष्ण बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की परंपरा नही रहेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि संभल में बिजली चोरी मस्जिदों से हो रही है, उत्तरप्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन का लाइन लॉस 30% से कम हैं, जबकि सम्भल में दो इलाके हैं दीपा सराय और मिया सराय इन दोनों इलाको में लाइन लॉस 78% और 82%.. देश के संसाधनों की लूट कैसे होती है वहां पता चलेगा, वैसे तो कहेंगे प्रशासन चोर है, जब प्रशासन चोरी उजागर कर रहा है तो कह रहे हैं अत्याचार है..सच्चाई कभी छिप नही सकती।
तल्ख़ तेवर में योगी ने चेताते हुए कहा कि प्रदेश के अंदर अगर किसी मुस्लिम या अन्य मत मजहब के पर्व त्योहार में कोई समस्या नही खड़ी नही होती, तो फिर हिन्दू पर्व त्योहार पर अगर समस्या कोई खड़ी करेगा तो सरकार सख्ती से निपटने का काम करेगी। NCRB के आंकड़ो में 2017 से अबतक प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगों में 97% से 99% की कमी आई है, जिसको आप दंगे कहते हैं वो 2017 से अबतक नही हुए। 2012 से 2017 तक NCRB आंकड़े है प्रदेश में 817 दंगे हुए 192 लोगो की मृत्यु हुए, 207 से 2011 बीच 616 साम्प्रदायिक घटनाएं हुई, जिनमे 121 मौत हुई।
योगी ने कहा कि 1978 से जमींदोज मंदिर जो आज निकल रहा है वो इसलिए क्योंकि 1978 से कभी इन लोगों ने खोलने नहीं दिया। उन्होंने विपक्ष से सवाल किए कि ये आप बताइए कि जो आज बजरंगबली का मंदिर निकल रहा है, वो क्या रातो रात प्रशासन ने बनवाये? जो वहां पर आज 22 कुंए मिले वो किसने बंद किए थे? वहां का माहौल इतना तनावपूर्ण किसने बनाया? वो पत्थर बाज कौन थे? योगी आदित्यनाथ ने बताया कि एक भी गिरफ्तारी बिना साक्ष्य के नहीं हो रही है और याद रखना जिसने पत्थर बाजी की होगी जिसे माहौल खराब किया होगा उसमें एक भी बचने वाला नहीं है !
सीएम योगी ने संभल और बहराइच के मुद्दे पर आगे कहा कि सरकार आश्वस्त करती है कि कोई दोषी नही बचेगा, ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम होगा, दोनों घटनाओं में विजुअल वीडियो देख सकते हैं, घरों पर पत्थर इकट्ठे करके रखे गए थे इसके सबूत मिले हैं। आगे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप ऐसे कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम इलाको से हिन्दू जुलूस नही निकाल सकता। सड़क किसी की नहीं है, जय श्रीराम का नारा उत्तेजक नही है। अगर मैं कहूँ की अल्ला हूं अकबर मत लगाओ तो मानेंगे। कल कोई हिन्दू कहे कि अल्ला हू अकबर के नारे नही लगाओ तो कैसा लगेगा। मुस्लिम पर्व त्योहार के जुलूस हिन्दू इलाकों से निकल सकते है, तो हिन्दू पर्व त्योहार के जुलूस मुस्लिम इलाके से क्यो नहीं निकल सकते हैं। जब हम मिलते है तो राम राम होता है, अंतिम यात्रा में भी रामनाम सत्य होता है, अगर जयश्रीराम किसी ने बोल दिया तो ये चिढ़ाने वाला कृत्य नही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा में पूरे फुल फार्म में नज़र आए। उन्होंने कहा कि आपने कुंदरकी की जीत को वोट की लूट बताया, एक सम्मानित सदस्य को लुटेरा बताया। क्या यह सच नही है आपके पूर्वज हिन्दू नही थे? क्या यह सच नही है कि देसी और विदेशी मुसलमान के वर्चस्व की लड़ाई है। योगी आदित्यनाथ ने कहा की ये तो बाबरनामा में भी लिखा गया है कि हर मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया गया है। आपलोगों को कम से कम बाबरनामा पढ़ लेना चाहिए।
ये केवल सर्वे की बात थी, जिलाधिकारी जिले का एडमिनिस्ट्रेशन का हेड होता है। इनका दायित्व है कि न्यायालय के आदेशों का अक्षरशः पालन करें। सूर्य-चांद और सत्य को बहुत देर तक छिपा नही सकते, इसी सत्य के लिए कहा जा रहा है कि वहां की स्थिति ऐसी है कि क्या मंदिर की स्थिति आ जायेगी तो क्या मंदिर बन जायेगा?

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