अमृतसर, 17 दिसंबर 2024, मंगलवार। पंजाब के अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन के पास आज तड़के तेज संदिग्ध धमाके की आवाज सुनी गई। यह धमाका सुबह करीब 3 बजे हुआ, जिससे इलाके के लोग दहशत में आ गए। पुलिस अधिकारी जसबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने भी आवाज सुनी, लेकिन थाने में कोई विस्फोट नहीं हुआ। अभी यह पता लगाया जा रहा है कि विस्फोट कहां हुआ। गैंगस्टर जीवन फौजी ने इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विस्फोट इतना तेज था कि घर के अंदर दीवार पर लगी तस्वीर भी गिर गई।
पुलिस स्टेशन के पास विस्फोट: गैंगस्टर जीवन फौजी ने ली जिम्मेदारी, पुलिस जांच में जुटी
अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी गैंगस्टर जीवन फौजी ने ली है, जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक पोस्ट में दावा किया गया है। हालांकि, न्यूज अड्डा इंडिया ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है। पोस्ट में लिखा गया है कि गैंगस्टर जीवन फौजी ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि यह पुलिस को बताने के लिए किया गया है, जो उन्होंने 1984 से सरकारों के साथ मिलकर सिखों और उनके परिवारों के साथ किया है। इससे पहले अमृतसर के मजीठा थाने में बुधवार रात करीब 10 बजे थाने के अंदर धमाका हुआ था, जिसमें पुलिस स्टेशन की खिड़कियां टूट गई थीं और इलाके में दहशत फैल गई थी।
अमृतसर पुलिस स्टेशन में धमाके की जांच जारी, कमिश्नर ने बताया – हताशा में अपराधी कर रहे हैं ऐसी वारदातें
अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस स्टेशन के अंदर कोई ब्लास्ट नहीं हुआ है, लेकिन धमाके की आवाज जरूर आज सुबह सुनी गई है। उन्होंने कहा कि हम जांच कर रहे हैं और जल्दी बाकी बचे लोगों को भी गिरफ्तार कर लेंगे। उन्होंने आगे बताया कि हाल ही में 10 लोगों को UAPA के तहत गिरफ्तार करके एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, जो इस प्रकार की अपराधी गतिविधियों में शामिल था। ऐसा लग रहा है कि हताशा में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए ये लोग इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
पंजाब में आतंकी हमलों की आशंका, एनआईए ने जारी की चेतावनी, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
पंजाब में आतंकी हमलों की आशंका बढ़ गई है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब पुलिस के साथ एक रिपोर्ट साझा की है, जिसमें दावा किया गया है कि पंजाब को दहलाने की साजिश रची जा रही है। सबसे पहला निशाना पंजाब के पुलिस थाने होंगे, क्योंकि इससे पहले भी पंजाब में करीब पांच पुलिस स्टेशनों पर ग्रेनेड और आईईडी हमले हो चुके हैं।
खालिस्तानी आतंकवादी 1984 में इस्तेमाल किए गए डेड ड्रॉप मॉडल की तर्ज पर हमले कर रहे हैं, जिसके बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। पंजाब पुलिस और एनआईए ने हमलों की आशंका के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।