नई दिल्ली, 16 दिसंबर 2024, सोमवार। जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर जाने के मार्ग पर प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कटरा में हुआ, जहां सैकड़ों लोगों ने श्राइन बोर्ड और रोपवे परियोजना के खिलाफ नारेबाजी की। इस रैली में पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा भी शामिल हुए, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अपनी बात रखी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह परियोजना स्थानीय दुकानदारों, मजदूरों, टट्टू मालिकों और पालकी श्रमिकों की आजीविका को प्रभावित करेगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों को कम करेगी और उनकी आजीविका को खतरे में डालेगी। इस परियोजना के तहत श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत तक 12 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 250 करोड़ रुपये की लागत से यात्री रोपवे परियोजना शुरू करने का फैसला लिया है।
रोपवे परियोजना के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति कर रही है, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ झड़पें की और कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। अब प्रदर्शनकारियों ने इन गिरफ्तारियों की रिहाई की मांग की है और आंदोलन को और तेज किया है। श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के एक नेता ने बताया कि समिति ने 18 दिसंबर को कटरा में पूर्ण हड़ताल का ऐलान किया है। वैष्णो देवी ट्रेक मजदूर यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि समिति के पांच सदस्य इस हड़ताल के दौरान भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे। प्रदर्शनकारी मंदिर बोर्ड के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि वे रोपवे परियोजना के विरोध में हैं। पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने यह बात स्पष्ट की है।