बस्तर, 14 दिसंबर 2024, शनिवार। बस्तर अब नक्सलवाद के अंधकार से बाहर निकलकर शांति और विकास के नए युग में प्रवेश कर रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार की प्रभावशाली योजनाओं ने क्षेत्र में प्रगति की राह खोल दी है। बस्तर ओलंपिक इसका जीवंत उदाहरण है, जिसमें नक्सल प्रभावित इलाकों के 1.65 लाख से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
नवंबर से दिसंबर 14 तक चले इन खेलों में तीरंदाजी, कबड्डी, एथलेटिक्स और खो-खो जैसे 11 खेलों का आयोजन हुआ। साथ ही, बस्तर को पर्यटन और औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करने की योजनाओं ने क्षेत्र को रोजगार और विकास के नए अवसर दिए हैं।
धुड़मारस गांव को पर्यटन स्थल के रूप में उभारने और स्टील प्लांट के पास औद्योगिक क्षेत्र बनाने की परियोजनाएं बस्तर की तस्वीर बदल रही हैं। यह बदलाव न केवल क्षेत्र के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ रहा है, बल्कि छत्तीसगढ़ को प्रगति का नया मॉडल बना रहा है।