नई दिल्ली, 13 दिसंबर 2024, शुक्रवार। शीत सत्र में हंगामे के बाद संविधान पर चर्चा शुरू हुई, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दमदार भाषण दिया। राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर संविधान की अवहेलना करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने हमेशा सत्ता को चुना। उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और राहुल गांधी पर भी इशारों में तंज कसा। राजनाथ सिंह ने कहा कि संविधान अंधेरे में प्रकाश स्तंभ है। उन्होंने कहा कि यूपी में कई बार ऐसा हुआ कि हमारे पास बहुमत रहा, फिर भी सरकार बनाने से रोकने की कोशिश हुई। उन्होंने आपातकाल का भी जिक्र किया और कहा कि मैं खुद 6 महीने तक जेल में बंद रहा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि आर्टिकल 356 का इस्तेमाल करके राज्य सरकारों को बर्खास्त करने कांग्रेस का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी लैंगिक समानता के लिए कदम उठाए हैं। 7 दशकों से अधिक समय से संविधान भारत को दिशा दिखा रहा है और वह मजबूत होता जा रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि संविधान की आत्मा को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संविधान की आत्मा में समानता, न्याय और स्वतंत्रता की भावना है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि संविधान की आत्मा को समझने के लिए हमें संविधान के इतिहास को समझना होगा। उन्होंने कहा कि संविधान की आत्मा को समझने के लिए हमें संविधान के निर्माताओं की भावना को समझना होगा। उन्होंने कहा कि संविधान की आत्मा को समझने के लिए हमें संविधान के मूल्यों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि संविधान की आत्मा को समझने के लिए हमें संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा।