वाराणसी, 2 दिसंबर 2024, सोमवार। बनारस एयरपोर्ट के पास 20 एकड़ में इंटीग्रेटेड टेस्टिंग ट्रीटमेंट पार्क खोला जाएगा। यह पार्क प्रदेश के कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने में मदद करेगा। इस पार्क में फल, सब्जियों सहित अन्य उत्पादों की आधुनिक तकनीक से जांच की जाएगी और विदेश भेजा जाएगा। प्रदेश के कृषि निर्यात, उद्यान एवं मंडी के राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश के तीन एयरपोर्टों के पास इंटीग्रेटेड टेस्टिंग ट्रीटमेंट पार्क बनाए जाएंगे। जो लखनऊ, नोएडा एवं वाराणसी में बनाने की तैयारी है। इसके लिए बनारस के लालबहादुर शास्त्री एयरपोर्ट के आसपास 20 एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है। उम्मीद है कि अगले साल जमीन अधिग्रहीत कर निर्माण शुरू हो जाएगा। इस ट्रीटमेंट पार्क को यूरोप और खाड़ी देश सहित अन्य देशों के मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा। यह पार्क प्रदेश के कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने में मदद करेगा और रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।
किसानों के उत्पादों को निर्यात करने में मिलेगी आसानी! इंटीग्रेटेड टेस्टिंग ट्रीटमेंट पार्क से होगा उत्पादों की गुणवत्ता का ध्यान!
इंटीग्रेटेड टेस्टिंग ट्रीटमेंट पार्क खुल जाने से किसानों के उत्पादों को निर्यात करने से पहले उन्हें रोग रहित किया जाएगा। इसके लिए सब्जियों, फलों सहित अन्य उत्पादों के प्रबंधन, कीटाणु मुक्त करने, धुलाई, ग्रेडिंग, क्वारंटाइन करने, वातावरण के अनुकूल रखने सहित अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। इस पार्क में उत्पादों की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। वाराणसी में करखियांव में स्थित इंटीग्रेटेड मैंगो पैक हाउस से यह पार्क ज्यादा आधुनिक होगा। मैंगो पैक हाउस से निर्यात शुरू हो गया है और इसकी लागत लगभग 6.12 करोड़ रुपये है।