प्रयागराज, 2 दिसंबर 2024, सोमवार। महाकुंभ-2025 के लिए महाकुंभ नगर जिला अस्थायी रूप से बनाया गया है। यह जिला चार महीने के लिए बनाया गया है, जो एक दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक के लिए होगा। इस जिले का क्षेत्रफल लगभग छह हजार हेक्टेयर है, जिसमें चार तहसीलों सदर, सोरांव, फूलपुर व करछना के 67 गांवों को शामिल किया गया है। महाकुंभ नगर जिले के लिए प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के अनुसार, महाकुंभ नगर जिले में सभी विभागों के पद सृजित किए गए हैं। इसमें डीएम, एसएसपी समेत सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे। महाकुंभ नगर के डीएम को सभी प्रकार की शक्तियां और अधिकार प्रदत्त किए गए हैं। वह इस जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। इसके अलावा, महाकुंभ नगर जिले में सभी आवश्यक सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जैसे कि स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली और पानी की व्यवस्था, सुरक्षा और यातायात की व्यवस्था आदि।
महाकुंभ-2025 के लिए महाकुंभ नगर जिले का गठन एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे इस आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके। यह जिला महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
महाकुंभ-2025: 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद, महाकुंभ नगर जिले का अस्थायी गठन!
महाकुंभ-2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। मौनी अमावस्या के शाही स्नान पर्व पर लगभग छह करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जबकि वसंत पंचमी शाही स्नान पर्व पर चार करोड़ और मकर संक्रांति शाही स्नान पर्व पर लगभग ढाई करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। पूरे महाकुंभ के दौरान यहां 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं का अनुमान है, जिसके अनुसार ही सभी प्रबंध भी किए जा रहे हैं। इसके लिए महाकुंभ नगर जिले का अस्थायी गठन किया गया है, जो एक दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक के लिए बनाया गया है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि महाकुंभ नगर जिले की सीमा तय करने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी। कमेटी की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी, जिस पर सरकार की स्वीकृति मिलने पर नए जिले की अधिसूचना एक दिसंबर को जारी कर दी गई। यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।