गाजियाबाद, 1 नवंबर 2024, रविवार। पूनम कश्यप, जिन्हें लोग ‘बाइक दीदी’ के नाम से जानते हैं, उनकी कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे एक महिला ने अपने जीवन को पूरी तरह से बदल दिया और आत्मनिर्भर बन गईं।
पूनम के पति बोन टीबी के कारण बिस्तर पर आ गए थे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी। लेकिन पूनम ने हार नहीं मानी और आत्मनिर्भर बनने का निर्णय लिया।
उन्होंने अपने पति की सहायता से औजार उठाए और बाइक तथा स्कूटी की मरम्मत करने लगीं। आज शायद ही कोई कंपनी की बाइक हो, जिसे पूनम ने ठीक करके सड़क पर चलने लायक न बनाया हो।
इस कार्य के माध्यम से वह न केवल अपनी बेटियों की शिक्षा का खर्च उठा रही हैं, बल्कि पति के इलाज के लिए लिए गए कर्ज को भी चुकता कर रही हैं। पूनम की कहानी हमें यह सिखाती है कि आत्मनिर्भर बनने के लिए हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए और हमेशा आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए।