नई दिल्ली, 28 नवंबर 2024, गुरुवार। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में बढ़ती हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया है। उन्होंने हाल ही में चटगांव में एक वकील की हत्या की कड़ी निंदा की और अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की। शेख हसीना ने देश की जनता से आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उन्होंने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का विरोध किया और उनकी रिहाई के लिए दबाव डाला।
बांग्लादेश में वकील की हत्या पर शेख हसीना ने जताया गहरा दुख!
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सरकारी वकील सैफुल इस्लाम की हत्या की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस घटना को मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया है और कहा है कि यह आतंकवादी कार्रवाई है। शेख हसीना ने कहा है कि सैफुल इस्लाम अपने पेशेवर कर्तव्यों का पालन करने गए थे, लेकिन उन्हें पीट-पीटकर मार दिया गया। उन्होंने मांग की है कि इस घटना में शामिल सभी लोगों को सख्त सजा दी जानी चाहिए। यह घटना बांग्लादेश में प्रदर्शन के दौरान हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे और संपत्ति की क्षति हुई थी। शेख हसीना ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया है और कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
शेख हसीना ने अंतरिम सरकार पर साधा निशाना!
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर सरकार दोषियों को सज़ा देने में विफल रहती है, तो उसे भी जवाबदेह ठहराया जाएगा। शेख हसीना ने अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सभी समुदायों की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा है कि सत्ता में बैठे लोग आम लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में विफल हो रहे हैं। उन्होंने आम जनता के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की कड़ी निंदा की है।
शेख हसीना ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी की निंदा की!
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सनातन धार्मिक समुदाय के एक शीर्ष नेता चिन्मय दास की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी की निंदा की है। उन्होंने चिन्मय दास को तुरंत रिहा करने की मांग की है और आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर ऐतराज जताया है। शेख हसीना ने इन गतिविधियों को न्याय विरोधी करार दिया है और कहा है कि यह प्रताड़ना और अन्याय है।
शेख हसीना ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की!
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश की जनता से आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि आम जनता के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना सबसे ज़रूरी है, और हमें मिलकर ऐसे कृत्यों का विरोध करना होगा। शेख हसीना का यह बयान बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता, धार्मिक हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघनों के बढ़ते मामलों के बीच आया है। यह बयान जनता को संदेश देने के साथ-साथ यूनुस सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।