वाराणसी, 28 नवंबर 2024, गुरुवार। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास का कार्यकाल दिसंबर के दूसरे सप्ताह में समाप्त हो रहा है, जिसके बाद नए अध्यक्ष और सदस्यों के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। धर्मार्थ कार्य विभाग इस प्रक्रिया को आरंभ करेगा।
वर्तमान में, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय हैं, जिन्हें 9 दिसंबर 2021 को नियुक्त किया गया था। न्यास परिषद के सदस्यों में पं. दीपक मालवीय, पं. प्रसाद दीक्षित, प्रो. ब्रजभूषण ओझा, प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय और प्रो. के. वेंकटरमण घनपाठी शामिल हैं।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि दिसंबर में न्यास परिषद का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है और कार्यकाल पूर्ण होने के बाद चयन प्रक्रिया आरंभ होगी।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद: जानें इसके गठन और कार्यों के बारे में!
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का प्रदेश सरकार ने 1983 में अधिग्रहण किया था। इसके बाद दो इकाइयों का गठन किया गया, जिसमें पूजन-परंपरा की निगरानी समेत निर्णय लेने के लिए विधायी संस्था के तौर पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद बनाया गया। इस परिषद में शृंगेरी शंकराचार्य, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति, वित्त, कानून एवं विधि परामर्शी, धर्मार्थ, संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और सीईओ को मानद सदस्य बनाया गया। इसके अलावा, पांच विद्वानों को बतौर सदस्य तीन-तीन वर्ष के लिए नामित करने का प्रावधान किया गया।