अदालत के आदेश पर स्थानीय जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के खिलाफ भड़की हिंसा के दो दिन बाद संभल में मंगलवार को स्थिति सामान्य रही। स्कूल-कॉलेज खुले व जरूरी वस्तुओं की दुकानें भी सामान्य रूप से खुलीं। हालांकि इंटरनेट सेवा बंद रही। इंटरनेट सेवाएं आज शाम तक बंद रहेंगी।
जिले के मुख्य रास्तों पर पुलिस व संवेदनशील इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात रही। इस बीच, हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सौहार्द बहाल करने की बात कही। जिले में बाहरी नेताओं व अन्य लोगों के प्रवेश पर 30 नवंबर तक रोक है। यहां ज्यादातर इलाकों में हालात सामान्य रहे, पर जामा मस्जिद इलाके में सन्नाटा पसरा रहा।
हिंसा के आरोपियों को वीडियो और फुटेज के जरिये चिह्नित कर प्रशासन उनकी तस्वीरें जारी करने की तैयारी कर रहा है। कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों को भी जेल भेजा जाएगा। वहीं बवाल के तीसरे दिन मंगलवार को शहर में तनावपूर्ण शांति रही।
जामा मस्जिद के आसपास के इलाके को छोड़कर शहर के अधिकांश बाजार खुल गए। मंगलवार को स्कूल भी खुले, लेकिन संभल तहसील क्षेत्र में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध बुधवार शाम तक के लिए बढ़ा दिया गया। उपद्रवियों की तलाश में पुलिस की ताबड़तोड़ दबिश जारी है। देर शाम हिंसा में जान गंवाने वाले चार लोगों के परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई।
कमिश्नर ने बताया कि सर्वे से एक दिन पहले जिला प्रशासन ने जामा मस्जिद कमेटी को नोटिस दिया था। जब सर्वे टीम पहुंची तो संभल विधायक इकबाल महमूद का बेटा सुहेल इकबाल भी जामा मस्जिद पहुंच गया। उसने सर्वे टीम के साथ शामिल होने की बात कही।
टीम ने उसे साथ शामिल करने से मना कर दिया। इसके बाद ही भीड़ जुटी और बवाल हुआ। उपद्रव में शामिल लोगों के फोटो शीघ्र ही मीडिया में भी जारी किए जाएंगे, जिससे उन्हें पकड़ने में आसानी होगी। पुलिस ने पथराव करने वाले सैकड़ों आरोपियों को चिह्नित कर लिया है और गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। संभल शहर के अलावा आसपास के कस्बों और गांवों में भी बवालियों को ढूंढा जा रहा है।